सीवान. प्राइमरी स्कूलों में कार्यरत बीएड योग्यता धारी शिक्षकों के ब्रिज कोर्स करने के लिए आवेदन देने की शुरुआत हो गयी है. यह कोर्स एनआइओएस के तहत होगा. इस कोर्स के लिए आवेदन 25 दिसंबर तक ऑनलाइन लिए जाएंगे. इस कोर्स के बीएड योग्यता धारी वे शिक्षक पात्र होंगे जिनकी नियुक्ति 26 जून 2018 और 11 अगस्त 2023 के बीच हुई है. ऐसे शिक्षक https://bridge.nios.ac.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. एनआइओएस द्वारा यह कोर्स शिक्षकों को ओडीएल मोड में कराया जाएगा. कोर्स एक साल में पूरा करना होगा. इसमें शिक्षकों को प्राथमिक कक्षा में पढ़ाने के लिए योग्य बनाया जाएगा. आवेदन के लिए नियुक्त विद्यालय के यू-डायस कोड, एडमिशन शुल्क, हाल का पासपोर्ट साइज फोटो, बीएड सर्टिफिकेट,नियुक्ति प्रमाणपत्र ,सेल्फ डिक्लेरेशन सर्टिफिकेट जो प्राचार्य द्वारा हस्ताक्षरित हो लगेगा.
थ्योरी में 40 और प्रैक्टिकल में 50 अंक लाने पर होंगे पास
प्राइमरी कक्षाओं में बीएड पर बहाल शिक्षकों के लिए ब्रिज कोर्स का पाठ्यक्रम जारी कर दिया गया है. इसमें नामांकन की प्रक्रिया से लेकर कोर्स में क्या-क्या पढ़ना है और कैसे कक्षा करनी है, इन सबको लेकर गाइडलाइन जारी की गई है. थ्योरी में 40 और प्रैक्टिकल में 50 अंक पर ही शिक्षक पास हो जाएंगे. विभाग ने निर्देश दिया है कि 28 जून 2018 से अगस्त 2023 तक नियुक्त शिक्षकों को यह ब्रीज कोर्स करना है. ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है.बीएड के आधार पर एक से पांच में नियुक्त शिक्षकों को इस कोर्स को करने पर ही मान्यता मिलेगी. कोर्स में पास नहीं हुए तो ये शिक्षक सेवा से बर्खास्त हो जाएंगे. इसे लेकर सभी जिलों को निर्देश जारी किया गया है.मालूम हो कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपेन स्कूलिंग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में इस कोर्स को डिजाइन किया है.इसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों के पाठ्यक्रम जारी किये गये हैं. थ्योरी और प्रैक्टिकल कितने-कितने दिनों का होगा, यह भी बताया गया है.छह महीने का होगा कोर्स
छह महीने के इस कोर्स में हर टर्म के अंत में परीक्षा होगी. इसमें इंटरनल और एक्सटर्नल दोनों होगा. सबसे अधिक 100 अंकों के लिए स्कूल अनुभव पर इंटरनल एसेसमेंट होगा, जिसमें प्रोजेक्ट वर्क शामिल किया गया है. इसमें शिक्षकों को 10 पाठ कम से कम 20 दिनों में पढ़ाना है. जिसमें भाषा के साथ विज्ञान और सामाजिक विज्ञान जैसे विषय भी शामिल हैं. स्कूल एक्सपिरिएंस प्रोग्राम में शिक्षकों की कम से कम 80 फीसदी उपस्थिति होनी चाहिए.
क्या कहते हैं अधिकारी
बीएड के आधार पर नियुक्त प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की पात्रता बनाये रखने के लिए यह कोर्स पूरा करना अनिवार्य है. कोर्स कराने का उद्देश्य बीएड योग्यताधारी शिक्षकों को प्राथमिक स्तर में पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करना है.राघवेंद्र प्रताप सिंह,
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