सीवान. विधानसभा चुनाव को स्वच्छ, पारदर्शी, प्रलोभन रहित एवं भयमुक्त वातावरण में संपन्न कराने को लेकर व्यय प्रेक्षक जितेंद्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में निर्वाचन व्यय अनुश्रवण कोषांग द्वारा गठित स्टेटिक सर्विलांस टीम के दंडाधिकारियों के कार्य से संबंधित समीक्षात्मक बैठक हुई.
इस दौरान पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया. व्यय प्रेक्षक ने सभी स्टेटिक सर्विलांस टीम के सदस्यों से निर्वाचन आयोग के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने को निर्देशित किया. उन्होंने कहा कि 50 हजार रुपये से अधिक राशि मिलने पर ही उसकी जांच के उपरांत आवश्यकतानुसार जब्ती (सीजर) की जाये. बिना उचित कारण या बगैर दस्तावेज जांच की जब्ती नहीं की जायेगी. वहीं, 10 लाख रुपये से अधिक नकद राशि की स्थिति में आयकर विभाग (इनकम टैक्स) को सूचना दी जायेगी तथा आगे की कार्रवाई आयकर विभाग द्वारा की जायेगी.उन्होंने टीम को मद्य (शराब), नशीले पदार्थ (ड्रग्स/नारकोटिक्स), शरारती तत्वों की आवाजाही (एंटी सोशल एलीमेंट्स मूवमेंट) व अवैध शस्त्र (आर्म्स) की गतिविधियों पर विशेष रूप से निगरानी रखने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा सभी प्रवर्तन एजेंसियों (इंफोर्समेंट एजेंसी) यथा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, जीएसटी डिपार्टमेंट, पारा मिलिट्री फोर्स, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो तथा अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय एवं सूचना-साझाकरण बनाये रखने का निर्देश दिया गया. वहीं प्रत्येक कार्रवाई का विवरण रिपोर्ट के रूप में तैयार कर प्रतिदिन नोडल अधिकारी को भेजने का निर्देश दिया गया. व्यय प्रेक्षक ने बताया कि बिहार विधानसभा निर्वाचन 2025 के अवसर पर जिले में 32 फ्लाइंग स्क्वायड टीम एवं 32 स्टेटिक सर्विलांस टीम का गठन किया गया है. टीम द्वारा लगातार सघन रूप से जांच की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गयी है.
निर्वाचन की निष्पक्षता, पारदर्शिता व सफल संचालन के लिए प्रशिक्षण जरूरी : डीएम
बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 की तैयारी के क्रम में मतदानकर्मियों का द्वितीय चरण का प्रशिक्षण कार्य सुचारू ढंग से प्रारंभ हुआ. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने सभी मास्टर ट्रेनरों को निर्देश दिया कि वे भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप निर्वाचन प्रक्रिया से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक प्रशिक्षण सुनिश्चित करें. इसमें मतदान की विधि, प्रक्रिया, इवीएम एवं वीवीपैट का संचालन, आचार संहिता का पालन तथा दिव्यांगों एवं वृद्ध मतदाताओं की सुगम भागीदारी जैसे महत्वपूर्ण विषयों को शामिल करने पर विशेष बल दिया गया.साथ ही, प्रशिक्षण सत्र के दौरान मतदानकर्मियों को मास्टर ट्रेनर्स द्वारा इवीएम एवं वीवीपैट का प्रायोगिक (हैंड्स ऑन) प्रशिक्षण प्रदान करने का भी निर्देश दिया गया, ताकि निर्वाचन के दिन वे बिना किसी कठिनाई के उपकरणों का संचालन कर सकें. जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि निर्वाचन की निष्पक्षता, पारदर्शिता एवं सफल संचालन के लिए प्रशिक्षण अत्यंत आवश्यक है. ऐसे में सभी कर्मियों को निर्धारित समय पर प्रशिक्षण प्राप्त करना अनिवार्य है. प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र कुमार यादव ने बताया कि द्वितीय सत्र का प्रशिक्षण 25 अक्तूबर 2025 तक चलेगा.
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