प्रतिनिधि, सीवान. सरकारी स्कूलों में नामांकित कक्षा एक के छात्रों को खेल के शिक्षा दी जायेगी. इन छात्रों को किताबों के बोझ से मुक्ति मिलेगी.इन छात्रों के लिए तीन माह का स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम चहक की शुरुआत की जायेगी. इसको लेकर प्राथमिक शिक्षा निदेशक सह निपुण बिहार मिशन के निदेशक साहिला ने डीइओ को निर्देश दिया है. निर्देश के मुताबिक शैक्षणिक वर्ष 2025-26 में मिशन निपुण बिहार के तहत कक्षा एक में नये नामांकित छात्र-छात्राओं के लिए तीन माह का विद्यालय तत्परता कार्यक्रम का संचालन सभी सरकारी विद्यालयों में किया जायेगा.ग्रीष्मावकाश, बाढ़ की आपदा या अन्य कारणों से कार्यक्रम पूरा नहीं किया जाता है तो इस चहक कार्यक्रम की अवधि का विस्तार 15 अगस्त तक किया जायेगा. डीइओ राघवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि चहक कार्यक्रम के संचालन को लेकर कैलेंडर भी जारी किया गया है.इसके लिए प्रत्येक शनिवार को छात्रों के रोचक गतिविधियों की पुनरावृति कराई जायेगी. कैलेंडर के अनुसार छात्रों को गतिविधियों के माध्यम से पढ़ाई कराई जायेगी. ताकि बच्चों को विद्यालय आना रोचक लगे. इसके लिए 66 कार्य दिवस का पूरा कोर्स तैयार किया गया है.छात्रों को पहले तीन महीने के कोर्स में खेल-खेल में मैं और मेरा परिवार, स्मृति वाले खेल, सृजनात्मक गतिविधियां, बिंदु मिलान, कहानियों की किताबें देखने, कहानी सुनाने और सुनने, खिलौनों और ब्लॉक्स से खेलना, मोतियों को पिरोना, चित्रों पर बीज रखना जैसे उनकी रुचि के खेल बताये जायेंगे, मालूम हो कि शैक्षणिक सत्र 2022-23, 2023-24 व 2024-25 में चहक गतिविधियों का संचालन प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा किया गया था.चहक कार्यक्रम का परिणाम संतोषजनक रहा था. इसलिए विभाग द्वारा इस वर्ष भी चहक कार्यक्रम संचालन करने का निर्णय लिया गया है.
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