प्रतिनिधि,सीवान. सदर अस्पताल में शुक्रवार को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया गया.जागरूकता अभियान को संबोधित करते हुए प्रभारी सिविल सर्जन सह अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह ने कहा कि मच्छर जनित रोगों में डेंगू अति गंभीर रोगों की श्रेणी में आता है. इसलिए डेंगू के प्रति सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि आम लोगों के बीच सटीक जानकारी नहीं होने के कारण उनके लिए डेंगू शब्द ही खौफ़ बन जाता है. यदि इस संबंध में आम लोगों को पूरी जानकारी दी जाए तो लोगों के मन से डेंगू का भय जड़ से मिटाया जा सकता है. शीघ्र इलाज शुरू नहीं होने पर जानलेवा भी हो सकता है डेंगू वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि डेंगू मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं, जिसमें साधारण डेंगू, डेंगू हैमरेजिक बुखार एवं डेंगू शॉक सिंड्रोम. ज़्यादातर लोगों को साधारण डेंगू ही होता है जो थोड़ी सी परहेज करने मात्र से ठीक हो जाता है. यदि इनका शीघ्र ईलाज शुरू नहीं किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकते है.जिले में 2023- 2024 में 410 जबकि 2024- 2025 में मात्र 194 डेंगू के मामले सामने आए हुए थे. स्वास्थ्य संस्थानों में चलाया गया जागरूकता अभियान जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार नीरज कुमार सिंह के अनुसार सदर अस्पताल में जागरूकता अभियान के साथ साथ जिले के अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में डेंगू बीमारी को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया है. व हसनपुरा प्रखंड अंतर्गत गायघाट स्थित एचडब्ल्यूसी पर गठित रोगी हितधारक मंच के सदस्यों के सहयोग और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अमरजीत की अध्यक्षता में डेंगू जागरूकता अभियान चलाया गया है. जबकि शहरी क्षेत्र के राजकीय मध्य विद्यालय में प्रधानाध्यापक के सहयोग और वेक्टर जनित रोग पदाधिकारी विकास कुमार के नेतृत्व में बीमारी से बचाव और उपचार से संबंधित शिक्षक और छात्रों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई.
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