महाराजगंज. शहर के छठ घाटों पर लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर अभी कोई तैयारी होती नहीं दिख रही है. घाटों की सफाई का काम भी शुरू नहीं हुआ है.
इसके कारण छठ घाटों पर गंदगी का आलम है. घाटों के पानी में गाद, कचरा, जलकुंभी व अन्य गंदगी भरी पड़ी है. कई जगहों पर काफी पानी है, तो कई जगहों पर गाद, जलकुंभी व गंदगी के कारण पानी ही नहीं दिख रहा है. जबकि, शहर के कई छठ घाट काफी खतरनाक हैं. वहीं, पानी के गंदा रहने से व्रतियों व उनके परिजनों में संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका है. वहीं, छठ घाट नहीं होने से छठव्रती महिलाएं कीचड़ व दलदल में खड़े होकर भगवान भास्कर को अर्घ देती हैं. लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा के स्थल पर इतनी दयनीय स्थिति शायद ही कहीं मिले. वार्ड संख्या-10 के इस स्थल पर छठ करने की परंपरा सैकड़ों वर्ष पुरानी है.इसके बावजूद छठ घाट का नहीं होना अफसोसजनक है. लोगों ने बताया कि छठ पर्व के समय अस्ताचलगामी व उदीयमान सूर्य को अर्घ देने में व्रतियों को बहुत परेशानी होती है. लोगों ने बताया कि इस स्थल पर घाट नहीं होने के बावजूद दो वार्डों की व्रती यहीं छठ करती हैं. वार्ड संख्या 10 व वार्ड संख्या सात की व्रती यहां छठ करती हैं. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है. छठ घाट के नाम पर यहां एक तालाब है. तालाब के किनारे सिरसोता स्थापित की गयी है. लेकिन घाट नहीं है. इसके चलते कई छठव्रती अर्घ देते समय कीचड़ में फंस जाती हैं. बुजुर्ग व्रतियों को उनके परिजन सहारा देकर अर्घ दिलवाते हैं. उल्लेखनीय है कि शहर के 14 वार्डों में नगर पंचायत द्वारा चिह्नित कुल एक दर्जन छठ घाट हैं, जहां 50 हजार से अधिक व्रती व उनके परिजन दो दिन पूजा-अर्चना करने जाते हैं. कुछ प्रमुख घाटों पर तो काफी भीड़ उमड़ती है और पैर रखने की भी जगह नहीं बचती.
सड़क नहीं बनने से आने-जाने में होती है कठिनाई
ग्रामीणों ने बताया कि घाट निर्माण को लेकर जनप्रतिनिधियों से कई बार गुहार लगायी गयी, लेकिन घाट का निर्माण नहीं हो सका है. इसके चलते ग्रामीणों में काफी क्षोभ है. छठ पूजा स्थल तक जाने के लिए कायदे की सड़क भी मुहैया नहीं हो सकी है. लोगों ने बताया कि लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा जहां सदियों से हो रही है, वहां की यह स्थिति है तो दूसरे जगह की क्या होगी.
विकास का ढिंढोरा पीटने वाले जनप्रतिनिधि कभी घाट पर आकर व्रतियों की परेशानी का मुआयना करते तो अच्छा होता. इस संबंध में नगर पंचायत महाराजगंज स्वच्छता पदाधिकारी सोनाली छाया ने बताया कि नगर पंचायत के सभी छठ घाटों की प्रारंभिक साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया गया है. सफाई कार्य के लिए मजदूर भी लगाये गये हैं. वैसे व्यापक पैमाने पर इसकी सफाई का काम दो-तीन दिन में शुरू होगा, जिसमें करीब दो दर्जन मजदूर लगाये जायेंगे. साफ-सफाई के अलावा पानी की गंदगी दूर करने के लिए ब्लीचिंग पाउडर व चूना का छिड़काव के साथ साथ लाइटिंग की भी व्यवस्था करायी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

