सीवान : दूसरे प्रदेशों में काम करने वाले लोग होली में घर आने को बेताब हैं. पर ट्रेनों में जगह नहीं मिलने के कारण परिवार सहित घर आने की उम्मीद शायद ही पूरी हो सके. दूसरे प्रदेशों से आने वाली प्राय: सभी ट्रेनों में होली तक नो रूम की स्थिति है. यानी उन्हें वेटिंग टिकट भी मिलना मुश्किल है.
बहुत से लोग तो भेड़-बकरियों की तरह साधारण डिब्बों में ठुस कर आ रहे हैं. ट्रेनों में जगह नहीं मिलने के कारण आरक्षण व जेनरल बोगी के शौचालयों में भी बैठ कर परदेशी अपने घर को लौट रहे हैं. यात्राियों की शिकायत है कि जब भी कोई पर्व आता है, उन्हें काउंटर से टिकट नहीं मिल पाता है.जिस दिन ट्रेनों में आरक्षण शुरू होता है तत्काल टिकट की तरह कुछ मिनट में फुल हो जाता है. यही हाल एक-दो चलने वाली स्पेशल ट्रेनों का भी है.
लौटने के लिए टिकट की जुगाड़ में लगे परदेशी : साधारण डिब्बों में ठुस कर होली मनाने घर आये परदेशी लौटने के लिए टिकट की जुगाड़ में अभी से लग गये हैं. वे नहीं चाहते हैं कि परिवार सहित ट्रेनों में बिना कन्फर्म सीट के यात्रा करें.
घर लौटने वाले परदेशी इस इंतजार में भी नहीं रहना चाहते हैं कि यात्राा के पहले वे तत्काल टिकट लेकर लौटेंगे. उन्हें इस बात का यकीन नहीं है कि उन्हें तत्काल से टिकट मिल भी पायेगा. वे बिचौलियों से संपर्क कर अपना टिकट सुरक्षित करने में लगे हैं. होली को लेकर टिकट की मांग अधिक होने के कारण बिचौलियों ने रेट को हाइ कर दिया है. इसके बावजूद लोग किसी भी कीमत पर टिकट की व्यवस्था कर लेना चाहते हैं. कुछ ऐसे भी लोग है जो लौटने के लिए वैकल्पिक उपाय निकालने में जुटे हैं. वे बस से यात्रा करने की सोच रहे हैं.
दिल्ली व अन्य प्रदेशों से आने वाली ट्रेनों की आरक्षण स्थिति
ट्रेन संख्या ट्रेन का नाम तक नहीं है आरक्षण
14006 लिच्छवी एक्सप्रेस 05 मार्च
15280 पुरबिया एक्सप्रेस 20 मार्च
12204 गरीब रथ 30 मार्च
12554 वैशाली सुपर फास्ट 30 मार्च
12566 बिहार संपर्क क्रांति 30 मार्च
15708 आम्रपाली एक्सप्रेस 30 मार्च
12522 राप्ती सागर सुफा 30 मार्च
15108 छपरा मथुरा 20 मार्च
क्या कहते हैं रेल अधिकारी
अभी तक कोई होली स्पेशल ट्रेन चलाये जाने की सूचना नहीं मिली है. यात्राियों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए समुचित व्यवस्था की गयी है. आरपीएफ द्वारा ट्रेनों व प्लेटफॉर्म पर गश्त लगायी जाती है.
अजय कुमार श्रीवास्तव, स्टेशन अधीक्षक