सीवान : सीवान जिला में शनिवार को नौतन थाना क्षेत्र के हिरमकरिया गांव के समीप एक युवक का शव नहर में तैरता देखा. शव नहर में पानी के धार से फाटक में जाकर फंस गया. जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय थाने को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से शव को नहर बाहर निकाला. शव की पहचान नौतन थाना क्षेत्र के ही नारायणपुर गांव निवासी शकील अंसारी के पुत्र यजाज अंसारी के रूप में हुई. जैसे ही परिजनों को इसकी सूचना मिली परिजन रोते हुए घटना स्थल पर पहुंचे, जिसके बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था. मां बार-बार कह रही थी कि पहले से ही आशंका था कि अपहरण कर गांव के ही कुछ लोगों ने प्रेम-प्रसंग के मामले में मेरे पुत्र की हत्या कर दी है.
वहीं, घटना की सूचना के बाद माले के नेताओं ने मौके पर पहुंच कर प्रदर्शन करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं जाने दिया. उनका कहना था कि जब तक इस मामले के अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक शव नहीं उठेगा. इसके अलावे मुआवजा देने की भी मांग कर रहे थे. माले नेता शिवजी साहनी सहित अन्य मौजूद थे.
ज्ञात हो कि एक दिन पूर्व मृतक की मां हसीना खातून ने स्थानीय थाने में आवेदन देकर कही थी कि 20 सितंबर की रात में एक लड़का नारायणपुर गांव के दक्षिण टोला का आया और मेरे बेटे को बुलाकर ले गया. उसे मैं नहीं पहचानती हूं. इसके बाद से वह नहीं लौट कर आया. खोजबीन भी की तो उसके संबंध में किसी तरह की जानकारी नहीं मिल सकी.
लगभग दो माह पूर्व एक लड़की गांव के ही है उससे मेरे बेटे का प्रेम-प्रसंग का मामला चल रहा था, जिसको लेकर लड़की के परिवार के राम नारायण भगत, ओमप्रकाश भगत, तारा देवी सहित अन्य ने मिल कर दो माह पहले घर में बंद कर पिटाई की थी और बोले थे कि दो माह के अंदर जाने से मार डालेंगे. हमको पूरा विश्वास है कि मेरे लड़का का अपहरण कर उन्हीं लोगों ने हत्या कर दिया हैं.
इस मामले में 21 सितंबर को ही पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर ही रही थी कि इधर युवक का शव भी मिल गया. घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे मैरवा इंस्पेक्टर ने माले कार्यकर्ताओं को काफी समझाने-बुझाने का प्रयास किया. लेकिन, वे लोग प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी कर रहे थे. देर शाम तक शव को पोस्टमार्टम के लिए लोग नहीं जाने दिये थे.