Sitamarhi : सुरसंड. तीन दिन पूर्व टेंपो की ठोकर से मृत बालक सिद्धांत कुमार का शव शुक्रवार की देर रात करीब एक बजे मुजफ्फरपुर में निजी अस्पताल को इलाज का खर्च 52 हजार चुकता करने के बाद उसके ननिहाल अदलपुर पहुंचा. शनिवार की अहले सुबह मृतक के परिजन व सैकड़ों ग्रामीण महिला महिला, पुरुषों ने पुलिस की कार्यशैली के विरुद्ध एनएच 227 पर शव को रख बांस-बल्ला लगाकर व टायर जलाकर यातायात अवरुद्ध कर दिया. इस दौरान हाइवे पर दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. सड़क जाम की सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे पुअनि श्यामनंदन कुमार को लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा. मृतक के परिजन जामस्थल पर थानाध्यक्ष को बुलाने की मांग पर अड़े रहे. सूचना मिलने पर बीडीओ कृष्णा राम, थानाध्यक्ष धनंजय कुमार पांडेय, पुअनि जमशेद आलम, प्रशिक्षु पुअनि राजीव कुमार पांडेय व भिट्ठा थाना के प्रशिक्षु पुअनि कुश कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. ग्रामीण सह प्रखंड प्रमुख चंदन कुमार, सरपंच प्रतिनिधि मो एतवारी व उपमुखिया मो अब्बास ने परिजन व ग्रामीणों को समझा बुझाकर डेढ़ घंटे बाद जाम समाप्त कराया. तब जाकर यातायात सुचारू हुआ. तत्पश्चात पुलिस ने कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेज दिया. मृतक की नानी नीलम देवी का कहना था कि 22 मई को उसके नाती सिद्धांत को टेंपो से ठोकर लगने के बाद ग्रामीणों ने चालक को पकड़कर सरपंच के हवाले कर दिया था. पर, पुलिस ने वहां से चालक को मुक्त कराकर थाने ले गयी. साथ ही देर शाम पुलिस ने उसे छोड़ भी दिया. उसका कहना था कि शाम में जब वह थाने पर जाकर चालक से इलाज के लिए 50 हजार की मांग की, तो चालक 20 हजार देने पर ही राजी हुआ. उसके बाद वह थाने से लौट गयी. देर रात प्रखंड प्रमुख व सरपंच प्रतिनिधि भी थाना पहुंचकर इलाज के लिए चालक से 50 हजार देने को कहा. पर, चालक मांग की गयी राशि देने में असमर्थता जतायी. नहीं दर्ज करायी प्राथमिकी, तो पीआर बांड पर मुक्त हुआ चालक प्रमुख ने बताया कि थानाध्यक्ष द्वारा मृतक के परिजन से आवेदन देने को कहा गया, ताकि प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा सके. पर, परिजन द्वारा थाना में आवेदन नहीं दिया जा सका. अंततः आवेदन नहीं मिलने के चलते थानाध्यक्ष ने चालक को पीआर बांड पर मुक्त कर दिया. जबकि घटना के लिए जिम्मेवार टेंपो को थाने पर ही रखी गयी है. थानाध्यक्ष ने बताया कि टेंपो की ठोकर लगने से ही इलाजरत बालक की मौत हुई है. मौत से आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा मुआवजा को लेकर सड़क जाम की गयी थी, जिसे यथाशीघ्र हटवा दिया गया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेज दी गयी है. आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
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