रीगा. चीनी मिल के मजदूरों की मांगों के समर्थन में आगामी तीन अक्टूबर से होने वाले आमरण अनशन के आलोक में जिला श्रम अधीक्षक के कार्यालय में त्रि-पक्षीय बैठक हुई, जिसमे रीगा चीनी मिल के प्रतिनिधि केएन सिंह व लेखा अधिकारी सुधीर पांडेय शामिल हुए. मजदूरों के बकाए राशि भुगतान, पीएफ, ग्रेच्युटी, ओवर टाइम, वेतन, रिटेनिंग, एरियर, बोनस एवं मजदूर यूनियन को प्राथमिकता देते हुए श्रम संसाधन विभाग के नियमानुकूल न्यूनतम मजदूरी पर पुनर्नियुक्ति को लेकर श्रम अधीक्षक ने समीक्षा की. चेयरमैन सत्य नारायण सिंह से आग्रह किया गया कि आगामी अनशन को स्थगित करें, पर उन्होंने कहा कि मिल प्रबंधन श्रमिक व मिल की समृद्धि के लिए सकारात्मक पहल करे. कारण कि चीनी मिल अधिकारी के तानाशाही एवं श्रम विभाग की उदासीनता को देखते हुए आमरण अनशन निर्धारित किया गया है. उन्होंने कहा कि श्रम अधीक्षक कार्यालय में ही चीनी मिल के प्रतिनिधि द्वारा कहा गया कि प्रबंधन मजदूरों के यूनियन को मान्यता नहीं देता है और चीनी मिल मजदूरों का पूर्ण बकाया देने में असमर्थ है. इस बाबत श्रम अधीक्षक ने कहा कि इस बैठक की जानकारी वरीय पदाधिकारी को दी जाएगी और उनके दिशा-निर्देश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. मौके पर मजदूर यूनियन के अध्यक्ष रामबाबू राय, राजीव कुमार, कृष्ण कुमार पूर्वे, संतोष राय व धर्मेंद्र कुमार समेत अन्य मौजूद थे.
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