आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव ने डीएम को भेजे गाइडलाइन में बताया हैं कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियो से तटबंधों की स्थिति के संबंध में प्रतिवेदन प्राप्त कर मानसून से पूर्व आवश्यकता के अनुरूप मरम्मति का कार्य पूर्ण करा ले. साथ ही तटबंधों का निरीक्षण कर संवेदनशील स्थानों पर तटबंधों के मरम्मति व सुदृढ़ीकरण की कार्रवाई की जाये. जल संसाधन विभाग समेत अन्य विभागों के कनीय अभियंताओं के साथ पेट्रोलिंग टीम बनाने का भी सुझाव दिया गया है.
— चिह्नित किये गए 201 बाढ़ शरण स्थलजिले में 201 बाढ़ शरण स्थल चिह्नित किया गया है. इन शरण स्थलों पर प्रबंधन के लिए विशेष कार्य योजना बनाया जा रहा हैं. इन शरण स्थलों पर आने वाले बाढ़ प्रभावितों के पंजीकरण के लिए एक रजिस्ट्रेशन काउंटर होगा. साथ ही नवजात शिशुओं के टीकाकरण, प्रसव की व्यवस्था, भोजन बनाने की उपस्कर, छह माह से दो वर्ष के बच्चों के लिए विशेष भोजन व सैनेटरी किट की व्यवस्था की जाएगी. बताया गया कि बेलसंड में 10, बोखरा में 8, चोरौत में 13, डुमरा में 30, मेजरगंज में 8, नानपुर में 17, परिहार में 18, परसौनी में 7, पुपरी में 14, रुन्नीसैदपुर में 9, रीगा में 10, सोनबरसा में 20, सुप्पी में 4 एवं सुरसंड अंचल में 33 शरण स्थल चिह्नित किया गया है.
▪︎ प्रखंडों में वर्षा मापक यंत्र से त्वरित सूचना का प्रेषण
▪︎ संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र व संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान ▪︎ जिले के सभी तटबंधों की सुरक्षा ▪︎ वर्षा ऋतु में प्रतिदिन नदियों के जलस्तर की सूचना प्राप्त करना ▪︎ नाव परिचालन के लिए नाव मालिकों से एकरारनामा ▪︎ खाद्य सामग्री, मानव दवा, पेयजल, पशु चारा व पशु दवा की व्यवस्था▪︎ बाढ़ आश्रय स्थल व शरण स्थल की पहचान
▪︎ सामुदायिक रसोई व मेडिकल कैंप
▪︎ वैकल्पिक फसलों के लिए आकस्मिक फसल योजना का सूत्रण
— संभावित बाढ़ को लेकर अबतक की तैयारी
▪︎ निजी नाव की संख्या- 16▪︎ उपलब्ध पॉलीथिन शीट्स- 23274
▪︎ अधियाचित पॉलीथिन शीट्स- 35000
▪︎ लाइफ जैकेट की संख्या- 25
▪︎ प्रशिक्षित गोताखोरों की संख्या- 101
▪︎ खोज, बचाव व राहत दल की संख्या- 146
▪︎ चिन्हित शरण स्थलों की संख्या- 201
— क्या कहते हैं अधिकारी
विभागीय एसओपी के अनुरूप जिले में संभावित बाढ़ को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी हैं. आवश्यक खाद्य सामग्री का रेट कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त कर लिया गया हैं. डीएम के निर्देश पर तटबंधों की सुरक्षा व अन्य सभी बिंदुओं पर संबंधित विभागों के स्तर से तैयारी की जा रही है.
— बृज किशोर पांडेय, अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधनडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है