सीतामढ़ी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) पटना की स्पेशल टीम ने शुक्रवार को बिहार ग्रामीण बैंक की बभनगामा (रीगा) शाखा प्रबंधक विवेक कुमार व दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी सौरभ कुमार को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. अचानक हुई इस कार्रवाई से बैंक में अफरातफरी मच गयी.
आरोप है कि दोनों ने 2022 में स्वीकृत प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमइजीपी) के तहत पहले से स्वीकृत और वितरित ऋण की सब्सिडी जारी करने के लिए यह रिश्वत मांगी थी. इस मामले में शिकायतकर्ता के आवेदन पर सीबीआइ ने 29 मई 2025 को प्राथमिकी दर्ज की थी. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि बैंक के शाखा प्रबंधक विवेक कुमार और बैंक में कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी सौरभ कुमार ने उनसे 15 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी. इस पर सीबीआइ की टीम ने जाल बिछाया. दोनों को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ लिया.
कार्रवाई के दौरान टीम के अधिकारियों ने कार्यालय की तलाशी ली. वहां से कई कागजात जब्त किया है. इसके अलावा सीबीआइ टीम प्रबंधक और कर्मचारी को लेकर सीतामढ़ी पहुंची. वहां प्रबंधक के आवास की तलाशी के दौरान कई संदिग्ध व आपत्तिजनक कागजात बरामद किया. दोनों आरोपियों को शुक्रवार को पटना स्थित विशेष सीबीआइ न्यायालय में पेश किया गया. सीबीआइ की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि मामले की जांच अभी जारी है.
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