डुमरा : जिला मुख्यालय के अमघट्टा रोड स्थित हेलेंस स्कूल के सभागार में रविवार को बाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें स्कूली बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. नई चेतनाओं के जनक हेलेंस स्कूल के बाल वृंद कवियों ने अपनी रचनाओं से अतिथियों को अपनी ओर आकर्षित कर खूब तालियां बटोरी. समाज को नवीनतम संदेश दियाबाल कवियों ने अपनी कविता से समाज को जागृत करते हुए नवीनतम संदेश दिया.
इस क्रम में कक्षा पांच की छात्रा श्वेता ने ‘ उठो स्वदेश के लिए बने कराल काल तुम, उठो स्वदेश के लिए विशाल दास तुम ‘ कविता पढ़ कर मौजूद दर्शकों को झूमने को मजबूर कर दिया. वही कक्षा पांच से दस तक के छात्र-छात्राओं ने कविता से सबको अपनी प्रतिभा का कायल कर दिया. प्राचार्या चंदा सिन्हा ने ‘ बादलों और पक्षियों ‘ को संदेशवाहक बना कर एक ओर कालिदास के मेघदूत की याद दिलायी.
वहीं दूसरी ओर छात्रों को नई दिशा प्रदान की. विद्यालय की उद्घोषक एवं कवयित्री श्रीमती नेहा ने छात्रों को यश प्राप्ति, धन प्राप्ति, कल्याण प्राप्ति व सहजानंद सुख प्राप्ति के लिए कविता के लिए उत्प्रेरित किया. बोली कि, यह जीवन जीने की कला सिखाती है. विद्यालय की उप प्राचार्या किरण सिंह ने कविता को महत्व को बताते हुए कहा कि महाकवि तुलसीदास को जीवन के उत्तरार्द्ध में जब कुष्ठ रोग हो गया तो उन्होंने विनय पत्रिका लिख कर आरोग्य की प्राप्ति की थी.
सुमित्रा नंदन पंत ने कविता को ही अपनी सह धर्मिणी बनायी और आजीवन ब्रह्मचर्य जीवन व्यतीत किया. कार्यक्रम के समाप्ति के बाद प्राचार्या चंदा सिन्हा ने बाल कवियों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया.