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रीगा में गुस्साये लोगों ने एटीएम को दी श्रद्धांजलि, निकाली भड़ास

सीतामढ़ी/रीगा/मेजरगंज : नोटबंदी के करीब डेढ़ साल बाद शहर व जिला मुख्यालय समेत जिले के तमाम एटीएम में एक बार फिर से कैश की जबरदस्त किल्लत देखने को मिल रहा है. लोग बुरी तरह परेशान है. हाल यह है कि कैश के लिए सुबह से शाम तक शहर के तमाम एटीएम की खाक छानने के […]

सीतामढ़ी/रीगा/मेजरगंज : नोटबंदी के करीब डेढ़ साल बाद शहर व जिला मुख्यालय समेत जिले के तमाम एटीएम में एक बार फिर से कैश की जबरदस्त किल्लत देखने को मिल रहा है. लोग बुरी तरह परेशान है. हाल यह है कि कैश के लिए सुबह से शाम तक शहर के तमाम एटीएम की खाक छानने के बाद भी कुछ ही लोगों को कैश मिल पा रही है. अधिकतर लोगों को निराशा ही हाथ लग रही है. कुल मिलाकर एटीएम का मतलब ‘एनी टाइम मनी’ होता है, लेकिन शहर के एटीएम की स्थिति ऐसी हो गई है कि यहां ‘एनी टाइम नो मनी’ रहती है.
खाक छान रहे जरूरतमंद : वैसे भी शहर में विभिन्न बैंकों के दो दर्जन से भी अधिक एटीएम होने के बावजूद विभिन्न तकनीकी खामियों के चलते आधे से अधिक एटीएम सालों भर बंद ही पाया जाता है. लेकिन पिछले करीब एक पखवाड़े से धीरे-धीरे एटीएम की स्थिति काफी बिगड़ जाने से लोगों को नोटबंदी के समय जितनी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले एक सप्ताह से तो स्थिति और भी भयानक रूप ले ली है. कैश के लिए लोग शहर के चप्पे-चप्पे की खाक छान रहे हैं, लेकिन दिनभर के कसरत के बावजूद शाम को निराश मन से घर लौटना पड़ रहा है. हाल यह है कि महीनों से बंद पड़े एटीएम पर भी दिल को तसल्ली देने के लिए लोगों को कसरत करते देखा जा रहा है.
केवल दो एटीएम से निकल रहा कैश : पिछले एक पखवाड़े से प्रभात खबर कैश की किल्लत व एटीएम के बदतर हालात की जमीनी सच से पाठकों को रूबरू करा रहा है. टीम ने बुधवार को एक बार फिर से शहर के एटीएम का जायजा लिया. देखा गया कि शहर स्थित कारगिल चौक के समीप एचडीएफसी व सरावगी चौक के समीप आइडीबीआइ बैंक का एटीएम ही है जो कुछ लोगों की जरूरतों को पूरा कर रही है.
यहां के सुरक्षा गार्डों से मिली जानकारी के मुताबिक इन दोनों एटीएम में प्रतिदिन सुबह 11 से एक बजे के बीच एक बार कैश भरा जाता है, लेकिन इन दोनों एटीएम पर भी जरुरतमंद लोग कैश वैन आने से घंटों पहले से बैठकर व खड़ा हो कर कैश वैन आने का इंतजार कर रहे होते हैं, क्योंकि लोगों को पता होता है कि यदि यहां कैश नहीं मिली तो कहीं नहीं मिलेगी.
कैश वैन आते ही लोग निकासी के लिए बेचैन हो जा रहे हैं. एटीएम के समीप तब तक अफरातफरी का माहौल कायम रहता है, जब तक एटीएम से कैश खाली नहीं हो जाता. शाम छह बजने से पहले ही इन दोनों एटीएम के भी शटर गिरा दिये जा रहे हैं.
मेजरगंज में कैश खत्म होने पर मचा हंगामा: प्रखंड के सभी तीन एटीएम में कैश का किल्लत चल रहा है. बुधवार की सुबह से ही बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम में ग्राहकों की लंबी लाइनें लग गयी. लाइन में खड़े ग्राहकों को जब मालूम चला कि अचानक कैश खत्म हो गया तथा आने की कोई संभावना नहीं है इस पर लोग हंगामा करने लगे. कैश से वंचित लोगों ने बैंक प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश जताया.
सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां अधिकांश ग्राहक नेपाल के होते हैं. वरीय शाखा प्रबंधक संतोष कुमार ने बताया कि एटीएम का बैंक से कोई लेना देना नहीं, यह कोलकाता की एक एजेंसी ग्लोबल फोर्स द्वारा चलाया जाता है.
एटीएम पर लोगों ने िनकाला गुस्सा : नोट की लगातार किल्लत से गुस्साये लोगों ने रीगा में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम मशीन को माला पहनाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया. अजीत कुमार, अशोक निराला, नीरज शर्मा, राजकिशोर राय, रंजीत राय, गुलशन कुमार समेत अन्य ग्राहकों का गुस्सा न सिर्फ सरकार के ऊपर बरस रहा था, बल्कि बैंक प्रबंधन को भी खूब खड़ी खोटी सुना रहे थे. प्रखंड में कुल सात एटीएम हैं, जिसमें चार तकनीकी खराबी की वजह से बंद पड़े हैं. वहीं तीन एटीएम कैश के अभाव में ठप है. शादी विवाह के इस मौसम में एटीएम ठप पड़ जाने से लोग कैश के लिए भटक रहे हैं.

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