बरबीघा (शेखपुरा) : लगभग 40 वर्ष पूर्व अधिसूचित क्षेत्र के रूप में घोषित होनेवाले बरबीघा के नगर क्षेत्र को वर्ष 2001 में नगर पंचायत और जारी वर्ष में नगर पर्षद के रूप में आखिरकार मान्यता मिल ही गयी.
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बरबीघा बना नगर पर्षद खुशी . वार्डों की संख्या में होगी बढ़ोतरी
बरबीघा (शेखपुरा) : लगभग 40 वर्ष पूर्व अधिसूचित क्षेत्र के रूप में घोषित होनेवाले बरबीघा के नगर क्षेत्र को वर्ष 2001 में नगर पंचायत और जारी वर्ष में नगर पर्षद के रूप में आखिरकार मान्यता मिल ही गयी. ऐसे तो नगर विकास मंत्रालय द्वारा विगत कुछ माह पूर्व जारी नोटिफिकेशन की संभावना में ये जाहिर […]
ऐसे तो नगर विकास मंत्रालय द्वारा विगत कुछ माह पूर्व जारी नोटिफिकेशन की संभावना में ये जाहिर हो चुका था. पर हाल फिलहाल हुई इस घोषणा ने सभी कयासों पर पूर्ण विराम लगा दिया. वर्ष 1975-76 में इस क्षेत्र के अधिसूचित क्षेत्र के रूप में घोषणा होते ही मामला हाइ कोर्ट चला गया था.
पुन: 1978 में निर्णय के उपरांत अधिसूचित क्षेत्र के रूप में नगर विकाय कार्य करने लगा. इसके प्रमुख काफी दिनों तक वर्तमान राजद नेता वालेश्वर यादव रहे.
फिर 2001 में नगर पंचायत के रूप में इसकी घोषणा होते ही वर्ष 2002 में शिवकुमार सिंह पूर्व विधानसभा प्रत्याशी इसके पहले अध्यक्ष बने. और 2016 में नगर पर्षद के रूप में नोटिफिकेशन जारी होने के बाद आगामी वर्ष में इसका निर्वाचन किया जाना है.
40 वर्ष पूर्व था अधिसूचित क्षेत्र
नहीं बढ़ी वार्डों की संख्या
आसन्न चुनाव में वार्डों का रोस्टर अब तक खुलासा नहीं,
जनवरी में सीटों के रोस्टर जारी होने की संभावना
वार्डों के रोस्टर की प्रतीक्षा से राजनीति जारी
नगर पर्षद की अधिसूचना जारी होते ही भले क्षेत्र को प्रोन्नति दे दी गयी है. पर स्थानीय राजनीति में अपने पन्ने को आजमाने वालों के बीच नवघोषित नगर पर्षद के वार्डों का रोस्टर नहीं घोषित होने से नेपथ्य की राजनीति शुरू कर दी गयी है. कार्यपालक पदाधिकारी दिनेश कुमार सिन्हा ने बताया कि वार्डों की संख्या में वृद्धि एवं सभी वार्डों में नामांकन करनेवाले प्रत्याशियों की कोटि की घोषणा अब भी प्रतीक्षा का विषय है.
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