समीक्षा. कम बारिश से निबटने के लिए बनीं कार्ययोजना, आयुक्त ने की बैठक
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बाढ़पीड़ितों के लिए 63 स्थानों का चयन
समीक्षा. कम बारिश से निबटने के लिए बनीं कार्ययोजना, आयुक्त ने की बैठक शेखपुरा : प्रमंडलीय आयुक्त नवीन चंद्र झा ने जिले में कम बारिश को लेकर कृषि विभाग को एक विस्तृत कार्य योजना बना कर किसानों के हित में कार्य करने की अपील की. प्रमंडलीय आयुक्त ने गुरुवार को यहां जिला प्रशासन के साथ […]
शेखपुरा : प्रमंडलीय आयुक्त नवीन चंद्र झा ने जिले में कम बारिश को लेकर कृषि विभाग को एक विस्तृत कार्य योजना बना कर किसानों के हित में कार्य करने की अपील की. प्रमंडलीय आयुक्त ने गुरुवार को यहां जिला प्रशासन के साथ बैठक कर जिले में संभावित बाढ़ व संभावित सुखाड़ का जायजा लिया. इस समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी,एडीएम, डीडीसी सहित कई विभागों के कार्यपालक अभियंता,बीडीओ,सीओ और वरीय उप समाहर्ता मौजूद थे.
प्रमंडलीय आयुक्त ने बारी-बारी से कृषि, पेयजल, बिजली, पशुपालन आदि का जायजा लिया. बैठक की जानकारी देते हुए जिला सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी योगेंद्र कुमार कुमार लाल ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ से बचाव के लिए किये गये कार्यों पर संतोष व्यक्त किया. उन्हें बताया गया कि बाढ़ को लेकर यहां 63 ऊंचे स्थानों का चयन किया गया है, जहां बाढ़ आने पर लोगों को शरण दिया जा सकता है. हालांकि यह जिला सामान्य तौर पर बाढ़ प्रभावित जिला नहीं है.
यहां के घाट कोसुम्भा प्रखंड में बरसात के दिनों में जलजमाव की समस्या हो जाती है, जिससे वहां के बड़ी आबादी का संपर्क जिला मुख्यालय से कट जाता है. जिला प्रशासन ने दो सरकारी नाव सहित 51 नाव की व्यवस्था बाढ़ की स्थिति में आवागमन के लिए कर रखी है. साथ ही एसडीआरएफ द्वारा घाट कोसुम्भा प्रखंड के युवाओं को बाढ़ से बचाव के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया है. प्रमंडलीय आयुक्त को बताया गया कि बाढ़ से निबटने के लिए घाट कोसुम्भा क्षेत्र में 100 लाइफ जैकेट भी आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया है.
प्रमंडलीय आयुक्त ने लाइफ जैकेट के स्थिति के बारे में भी जानकारी ली. प्रमंडलीय आयुक्त को बताया गया कि बाढ़ की संभावित स्थिति को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी तैयारी कर रखा है. क्षेत्र में एंटी रैबिज, एंटी स्नेक दवा की व्यवस्था कर रखी है. बाढ़ को लेकर पशु के लिए भी 18 ऊंचे स्थान चिन्हित करने की बात बतायी गयी. प्रमंडलीय आयुक्त ने पशुपालन पदाधिकारी को क्षेत्र में पशुधन के विस्तार तथा रखरखाव के बारे में निर्देश दिया.
25000 में से मात्र 3507 में हुई रोपनी : जिला में धान रोपने के लिए 25 हजार हेक्टेयर भू-भाग पर धान रोपने के लक्ष्य के विपरीत अभी तक मात्र 3507 हेक्टेयर भूमि में मक्का लगाने का शत-प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है. प्रमंडलीय आयुक्त ने जिले में कम बारिश को लेकर कृषि विभाग को कमर कस लेने का निर्देश दिया. निर्देश दिया कि कम बारिश में होने वाले उपज के लिए किसानों के हित में विस्तृत कार्य योजना तैयार करने को कहा है. जिले में सामान्य तौर पर जुलाई माह में 260 एमएम बारिश दर्ज होती थी. परंतु इस साल अभी तक मात्र 248 एमएम वर्षा ही दर्ज किया जा सका है.
बिना सूचना के गायब को डांट-फटकार :
प्रमंडलीय आयुक्त नवीन चंद्र झा ने बिना सूचना के अनुमानित रहने वाले पीएचइडी कार्यपालक अभियंता तथा सहायक अभियंता के प्रति कड़ी नाराजगी प्रकट की. उन्होंने इस तरह के कार्य व्यवहार की निंदा की तथा बाढ़ तथा सुखाड़ जैसे महत्वपूर्ण बैठक में वह भी पूर्व सूचना के गायब रहना खेदजनक है. प्रमंडलीय आयुक्त को बताया गया कि जिले में कुल 6286 चापाकल है, जिसमें 6310 ग्रामीण क्षेत्र में तथा उनमें से 4824 चालू स्थिति में हैं.
प्रमंडलीय आयुक्त ने सभी सरकारी चापाकल को दुरुस्त करने का निर्देश दिया. बिजली विभाग को भी जर्जर तार बदलने तथा खंभों को दुरुस्त रखने को कहा गया. प्रमंडलीय आयुक्त को बताया गया कि जिला प्रशासन द्वारा 24 घंटे में चलने वाला एक जिला नियंत्रण केंद्र भी संचालित है.
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