शेखपुरा: जिलाधिकारी दिनेश कुमार ने गुरुवार को अधिकारियों और पुलिस के साथ बैठक में यह जानना चाहा कि थाना में प्राथमिकी और वारंट जारी होने के बाद भी जिले के डिफाल्टर मील मालिक अभी तक छुट्टा कैसे घूम रहे हैं. सरकार के लाखों करोड़ों रुपया डकार कर खुले घूम रहे वैसे मिल मालिकों को सोमवार […]
शेखपुरा: जिलाधिकारी दिनेश कुमार ने गुरुवार को अधिकारियों और पुलिस के साथ बैठक में यह जानना चाहा कि थाना में प्राथमिकी और वारंट जारी होने के बाद भी जिले के डिफाल्टर मील मालिक अभी तक छुट्टा कैसे घूम रहे हैं. सरकार के लाखों करोड़ों रुपया डकार कर खुले घूम रहे वैसे मिल मालिकों को सोमवार से पूर्व गिरफ्तार कर शिकंजे के पीछे डालने का निर्देश दिया है.
समहरणलय में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजीत बैठक में एसपी राजेंद्र कुमार भील के साथ पूरा पुलिस महकमा और किसानों से धान लेकर चावल तैयार करने के काम में लगे राज्य खाद्य निगम, सहकारिता विभाग के अधिकारी आदि मौजूद थे. विभिन्न अधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी ने पहले इस संबंध में सभी थाना में दर्ज डिफाल्टर मिल मालिक के संबंध केस की जानकारी ली और उसके बाद जिला के विभिन्न नीलाम अधिकारी द्वारा जारी वारंट की जानकारी ली. पुलिस के इस धीमी गति पर गहरी नाराजगी प्रकट की.
जिलाधिकारी ने इस संबंध में डिफाल्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए सोमवार तक की समय सीमा तय कर दी है. साेमवार को इस मामले की समीक्षा के लिए पुन: बैठक बुलायी है. उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए बैठक में कहा कि सरकार रुपयों के गबन के आरोपी के मामले में काफी सख्त है. गौरतलब है कि सरकारी दर पर किसानो से धान लेकर जिले के अनुबंधित चावल मिल को चावल तैयार कर वापस करने का एकरार किया जाता है. परन्तु यहा बडी संख्या में चावल मिल मालिक धान लेकर चावल वापस करने में विफल रहे है.
आठ पर है बड़ी वारंट
जिले के आठ मीलरों पर थाना में दर्ज मामलो के अलावा नीलाम वाद के मामलों में गिरफ्तारी के लिए बड़ी वारंट भी निर्गत है. जिला प्रशासन और पुलिस के साथ बैठक में उपस्थित नीलाम पदाधिकारियों ने इन सभी वारंटियों का नाम बताया और उसपर किये गये शून्य कार्रवाई की भी जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि बड़ी वारंट के तहत भागे फिर रहे के नाम है.
तीन मिलरों पर केस
जिला प्रशासन की सख्ती के बाद तीन डिफालटर मीलरों मालिक पर मुकदमा किया गया. जिलाधिकारी के साथ आयोजीत बैठक में बताया गया कि अरियरी प्रखंड के पथरैटा के चावल मिल मालिक विवके कुमार, बरबीघा के पिंजडी गाव के मां भगवती राइस मिल के मालिक ब्रजेश कुमार और शेखोपुरशराय के एग्रो एरीना के मालिक किशन कुमार के खिलाफ संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज कर दी गयी है. विवके राइस मिल पर जहा लगभग 87 लाख रुपये का बकाया है, वहीं मां भगवती राइस मिल और एग्रो एरीना के पास क्रमश: लगभग 60 लाख रुपये बकाया वसूली के लिए मुकदमा किया गया है. बैठक में पहले के दर्ज मामलों में पुलिस द्वारा किये गये कार्रवाई की भी जानकारी ली गयी.
1. विवके राइस मिल के मालिक विवके कुमार
2. राज्य खाद्य निगम के अधिकारी रमेश चंद्र सिंहा
3. एग्रो एरीना के किशन कुमार
4. मुकेश कुमार
5. अनिता देवी
6. महेश प्रसाद
7. शिवचरण पांडेय
8. भगवती राइस मिल के मालिक ब्रजेश कुमार
नाला और रास्ते को लेकर विरोध तेज
लोगों ने जाम की सड़क