शेखपुरा : जिले के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की 134वीं जयंती धूमधाम से मनायी गयी. शेखोपुरसराय प्रखंड अंतर्गत ओनमा गांव स्थित सांईं कॉलेज ऑफ टीचर्स ट्रेनिंग परिसर में जयंती समारोह का आयोजन किया गया.
महाविद्यालय के अध्यक्ष अंजेश कुमार ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहा कि राजेंद्र प्रसाद शुरू से ही पढ़ाई में काफी अव्वल थे. महाविद्यालय के उपाध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा देश की आजादी के बाद भारत को गणतंत्र राष्ट्र का दर्जा मिलने के साथ ही राजेंद्र प्रसाद देश के प्रथम राष्ट्रपति बने. राजेंद्र प्रसाद एकमात्र नेता रहे, जिन्हें दो बार राष्ट्रपति के लिए चुना गया.
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ प्रवेश कुमार ने कहा कि एक वकील के रूप राजेंद्र प्रसाद ने अपने कैरियर की शुरुआत करते हुए उनका पदार्पण भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से हो गया था. वे अत्यंत सौम्य और गंभीर प्रकृति के व्यक्ति थे. सभी वर्ग के व्यक्ति उन्हें सम्मान देते थे. 1962 में अवकाश प्राप्त करने की साथ ही डॉ राजेंद्र प्रसाद को भारत रत्न की सर्वश्रेष्ठ उपाधि से भी सम्मानित किया गया था.
मौके पर महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक विश्वजीत कुमार, उदय भान, स्मिता कुमारी, निभा शर्मा, पुस्तकालय अध्यक्ष प्रियंका कुमारी, प्रशाखा पदाधिकारी राजाराम, रघुवीर शंकर, रवि रंजन, कंप्यूटर संकाय के आसित अमन, मनोज कुमार, कुमार हर्षवर्धन, सीताराम सिंह सहित अन्य मौजूद थे. बरबीघा स्थित प्लस टू हाइस्कूल में बड़े धूमधाम से राजेंद्र प्रसाद की जयंती मनायी गयी. इसके अलावा आदर्श विद्या भारती, डिवाइन लाइट पब्लिक स्कूल, एक्सीलेंस पब्लिक स्कूल, जीआइपी पब्लिक स्कूल, वीआइपी सहित अन्य स्कूलों में भी कार्यक्रम आयोजित किये गये.
