शेखपुरा : सदर अस्पताल में इलाज के लिए कतार में महिलाएं जब कराह रही थीं. उस वक्त महिला चिकित्सक ड्यूटी पर तैनात तो थीं, लेकिन ओपीडी के बजाय वह अल्ट्रासाउंड सीखने के लिए दूसरे कक्ष में मौजूद थे. दरअसल महिला डॉक्टर आशा सिंह पिछले लंबे समय से ओपीडी के दौरान ही अल्ट्रासाउंड करना सीखा करती थी. चिकित्सक के इस हरकत से जहां महिला ओपीडी में इलाज कराने वाली मरीजों को परेशानी होती थी. वहीं अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लोगों को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता था. खास बात यह है कि चिकित्सक के इस रवैया से अल्ट्रासाउंड के रिपोर्ट को लेकर भी लोगों में असंतोष बढ़ने लगा है.
जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर चिकित्सकों का यह संवेदनहीनता एक गंभीर मसला बनता जा रहा है. हालांकि जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर लगातार गंभीरता दिखा रहे सिविल सर्जन भी मौके पर पहुंच गये. सिविल सर्जन डॉ मृगेंद्र प्रसाद सिंह ने खुद अल्ट्रासाउंड कक्ष पहुंचकर वहां महिला चिकित्सक का कारनामा देखा. जिस वक्त सिविल सर्जन अल्ट्रासाउंड कक्ष पहुंचे तब महिला चिकित्सक वहां अल्ट्रासाउंड करना सीख रही थीं.
इधर, महिला ओपीडी कक्ष में इलाज कराने के लिए प्रसव पीड़ा से लेकर अन्य बीमारियों से पीड़ित महिलाएं कतार में कराह रही थी. इस दौरान सिविल सर्जन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जहां महिला चिकित्सक की जमकर फटकार लगायी. वहीं उन्होंने इस मामले को लेकर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी. सिविल सर्जन ने कहा कि ओपीडी में जहां मरीजों की भीड़ के कारण अस्त-व्यस्त माहौल बना है. वहीं इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगा. अल्ट्रासाउंड में काम करने वाले तकनीशियन ने बताया कि पिछले लंबे समय से चिकित्सक के इस रवैया को लेकर सिविल सर्जन के समक्ष पहले भी शिकायत की गयी थी. इसके बाद भी महिला चिकित्सक आशा सिंह के रवैया में कोई सुधार नहीं आ रहा था. ऐसी परिस्थिति में सोमवार को जब एक बार फिर महिला चिकित्सक ने उसी कारनामे को दिखाया तब किसी मरीज ने दूरभाष पर इसकी शिकायत सिविल सर्जन से की. सिविल सर्जन आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचे और महिला चिकित्सक को अल्ट्रासाउंड कक्ष में देख कर भड़क गये. ज्ञात हो कि सदर अस्पताल में महिला चिकित्सकों की कमी से पहले ही संस्थागत प्रसव से लेकर अन्य सेवाएं प्रभावित होती रही है. ऐसी परिस्थिति में बड़ी मशक्कत से ओपीडी सेवा के दौरान भी महिला चिकित्सक की यह हरकत गंभीर मसला है.