शेखपुरा : लंबे समय तक शेखपुरा में एसआई के पद पर सेवा देनेवाले भरत साह को उधारी नहीं लौटाना महंगा पड़ गया. काफी दिनों बाद शेखपुरा शहर के चांदनी चौक पर दिखे एसआई को स्थानीय कारोबारियों ने बुधवार की रात को बंधक बना लिया. मौके पर उक्त एसआई ने तत्काल पांच हजार रुपये देकर किसी तरह अपना पीछा छुड़ाया. दरअसल, एसआई भरत साह का माह भर पहले शेखपुरा से मुंगेर जिला में तबादला हो गया था. इसी दरमियान जब वे अपने निजी कार्य से शेखपुरा पहुंचे, तब स्थानीय कारोबारियों ने उन्हें घेर कर बंधक बना लिया.
इस मौके पर पीड़ित कारोबारी शिवकुमार प्रसाद ने बताया कि वे एक साल पहले शहर के चांदनी चौक पर एसबीआई का ग्राहक सेवा केंद्र चलाते थे. इसी क्रम में आरोपित एसआई वहां पहुंचे और पैसे का अभाव बताकर 18 हजार रुपये की मदद मांगने लगे. उन्होंने ग्राहक सेवा केंद्र से अपनी पुत्री के खाते में राशि ट्रांसफर करने को कहा. एसआई की बातों में आकर उन्होंने राशि को ट्रांसफर कर दिया. इसके बाद जब ग्राहक सेवा केंद्र संचालक वापस पैसे की मांग करने लगे, तब पहले तो लंबे समय तक वर्दी का धौंस जमाया. इसके बाद टाल-मटोल का रवैया अपनाने लगे.
पीड़ित ने बताया कि लंबे समय बाद इस मामले को लेकर एसडीपीओ के यहां शिकायत की, लेकिन इसके बावजूद पैसे वापस नहीं दिये गये. पीड़ित ने बताया कि उक्त एसआई का पिछले माह मुंगेर तबादला भी हो गया. इसके बाद भी राशि के लिए फोन पर तकादा करते रहे. इसी क्रम में बुधवार की रात करीब 8:30 बजे जब वे शहर के चांदनी चौक से गुजर रहे थे, लोगों की नजर पुलिस अधिकारी पर पड़ी. इस दरमियान भीड़ ने उन्हें घेर कर राशि लौटने को कहा. भीड़ में उक्त पुलिस अधिकारी के साथ धक्का-मुक्की भी हुई. मौके पर उक्त रास्ते से गुजर रहे मुख्यालय डीएसपी ने भी घटना की जानकारी ली. लेकिन, बिना गाड़ी रोके ही वहां से चले गये. बंधक बने रहने के बाद आरोपित एसआई ने पांच हजार रुपये लौटा कर किसी तरह वहां से भाग निकला. इस मौके पर भीड़ में कई लोगों ने दारोगा के उधारी का खुद को शिकार बताया.