शेखपुरा : विभिन्न योजना का लाभ दिलाने के एवज में राजद नेता एवं महिला सरपंच द्वारा ठग लिये जाने का आरोप लगाये जाने के अगले ही दिन नया मोड़ आ गया है. इस मामले को लेकर आवेदकों में से अनुज बिंद ने इन पूरे मामलों से पल्ला झाड़ लिया है. अरियरी प्रखंड के विषहिया गांव निवासी अनुज ने कहा कि उन्हें इस पूरे मामले की कोई जानकारी नहीं दी गयी थी. मंगलवार को जब मामला सामने आया तब सच्चाई से अवगत हो सके. जल्दबाजी में ही महेंद्र चौधरी द्वारा एक कागजात पर उनसे दस्तखत करवा लिया गया था, जब उन्हें मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने कहा कि कोई ठगी नहीं की गयी है
बल्कि महिला सरपंच रानी देवी एक साफ-सुथरी छवि की महिला नेत्री है. उनकी बढ़ती लोकप्रियता के कारण राजनीतिक षडयंत्र के तहत उन्हें फंसाये जाने की साजिश रची जा रही है. साथ ही उन्होंने राजद नेता विजय पासवान के संबंध में कहा कि विजय पासवान से उन्हें आमने-सामने कभी मुलाकात ही नहीं हुई तो ऐसे में आखिर उनसे ठगी कैसे की जा सकती है.
उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ और कह कर समाहारणालय ले जाया गया था, जल्दबाजी में एक कागज पर उनसे दस्तखत करा लिया गया. उन्होंने उस समय यह समझाया गया कि किसी कल्याणकारी योजना का लाभ लेने के संबंध में उनसे दस्तखत करवाया जा रहा है. परंतु बाद में मामला कुछ और ही निकला. गौरतलब है कि बीते दिन कुछ लोग समाहरणालय पहुंच कर विभिन्न योजनाओं के लाभ के बदले महिला सरपंच रानी देवी एवं राजद नेता विजय को झूठे मामलों में फंसाने के लिए कारगुजारियों को अंजाम दिया गया.