पुपरी : विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर मंगलवार को पीएचसी के सभागार में सीएस डा विंदेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जिला मलेरिया पदाधिकारी डा रवींद्र राय ने मलेरिया के कारण, लक्षण व बचाव के संबंध में विस्तार से चर्चा की. कहा कि जाड़े के साथ बुखार आना, तेज बुखार आना, उल्टी, चक्कर, सिर में तेज दर्द होना व बुखार उतरने के समय पूरा शरीर पसीना से तर होना मलेरिया का लक्षण है. इसकी उत्पत्ति विशेष मच्छर के काटने से होता है.
उक्त मच्छर ठहरे हुए पानी, बहुत दिनों से छत पर रखा हुआ अनुपयोगी वस्तु में जमे पानी, चापाकल के आसपास जमे पानी आदि जगहों से उक्त मच्छर की उत्पत्ति होती है. इसके बचाव के लिए पानी के ठहराव को खत्म करना, बरतन व टंकी आदि को ढक कर रखना, ठहरे हुए पानी में मछली पालन करना व डीडीटी का छिड़काव करने समेत अन्य शामिल है. मौके पर प्रभारी डाॅ सुरेंद्र कुमार, जगदीश भगत, सुजीत कुमार, विनय कुमार, सचिन कुमार, प्रेमचंद चौधरी, आशा फैस्लिटर, एएनएम समेत अन्य मौजूद थे.