बथनाहा : चुनाव कार्य की सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गयी है़ मतगणना कार्य के संपन्न होने के बाद जीते हुए प्रत्याशी करीब दो माह की भाग-दौड़ के बाद शारीरिक थकावट महसूस कर रहे हैं. हालांकि जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के अलावा प्रखंड प्रमुख, उपप्रमुख व उपमुखिया चुनाव को लेकर नवनिर्वाचित जिला पार्षद, पंसस व वार्ड सदस्यों को जीतने के बाद भी आराम करने का मौका नहीं मिल पा रहा है,
क्योंकि उक्त पदों के लिये संभावित प्रत्याशी अपने पक्ष में करने के लिए ऐसे नवनिर्वाचित पंचायत जनप्रतिनिधियों के घर का चक्कर लगाते देखे जा रहे हैं. इसी में से कई नवनिर्वाचित पंसस उपप्रमुख पद के लिए पंचायत समिति सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए जोड़-तोड़ करने में जुट गये है़ गांव से लेकर शहर के विभिन्न होटलों में नवनिर्वाचित पंचायत जनप्रतिनिधियों की बैठकें चल रही है़ प्रखंड में इस बार प्रमुख पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित किया गया है़
प्रमुख पद पर ममता, ललिता व हीरा के नामों की चर्चा
इस पद पर नजर गड़ाये दो दिग्गज चुनाव हार गये हैं. इसमें अर्जुन मंडल व राघव प्रसाद का नाम शामिल है़ ये दोनों क्रमश: मझौलिया व रनौली पंचायत के निवर्तमान मुखिया हैं. दोनों पड़ोसी पंचायत तुरकौलिया से पंसस पद पर चुनाव लड़े थे़ अर्जुन मंडल 29 वोटों से हार गये़ वहीं राघव प्रसाद काफी वोटों से पिछड़ गये थे़
अब प्रमुख पद के लिए तीन नामों की चर्चाओं का बाजार गर्म है, जिनमें बखरी पंचायत से पंसस बनी ममता देवी के अलावा सिंगरहिया पंचायत की पंसस ललिता देवी व नरहा पंचायत की पंसस हीरा देवी का नाम शामिल है़ हीरा देवी जिला जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ट के जिला महासचिव बबलू मंडल की पत्नी है़ बबलू मंडल इससे पूर्व इसी प्रकोष्ट के अध्यक्ष थे़
उपप्रमुख पद के लिए विनोद बिहारी प्रसाद का नाम आगे
इसी तरह उपप्रमुख का पद सामान्य होने के कारण इस पद के लिए कई नामों की चर्चा है, इनमें हरनहिया पंचायत के निवर्तमान मुखिया विनोद बिहारी प्रसाद का नाम सबसे उपर है़ यहां बता दें कि श्री प्रसाद के पिता स्व शीतल प्रसाद को प्रखंड का पहला प्रमुख बनने का गौरव प्राप्त हुआ था़ उनके पिता के प्रखंड प्रमुख बनने के बाद खाली हुए पंचायत के मुखिया पद पर श्री प्रसाद को मौका मिला था़ श्री प्रसाद उस मौके का फायदा उठाते हुए आज तक मुखिया पद को संभाल कर रखे थे,
परंतु इस बार आरक्षण के तहत उक्त सीट को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दिये जाने के कारण वे इस बार पंसस का चुनाव लड़ें व जीते़ श्री प्रसाद अपने पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए नवनिर्वाचित पंसस से संपर्क करना शुरू कर दिये है़