शिवहर :जिले में बाढ़ और बारिश थमने के बाद अचानक धूप निकलने से लोग संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ रहे है. हर घरों में कोई न कोई व्यक्ति सर्दी, खांसी, बुखार व उल्टी, दस्त से पीड़ित नजर आ रहा है. लेकिन जिले के पुराना सदर अस्पताल खुद ही बीमार दिख रहा है.
ड्रेसिंग रुम में बेसिंग का हाल बूरा है. अस्पताल परिसर से लेकर कर अंदर वार्डों में गंदगी फैली है. जिससे मरीजों को इंफेक्शन का खतरा बना रहता है. यहां तक कि अस्पताल के अंदर और बाहर दीवार पर पान खाकर थूका गया. इस बीमारु अस्पताल को इलाज की जरुरत है. हालांकि यहां लोग इलाज के लिए आते हैं, लेकिन इलाज के बदले बीमार ही घर लौट जाते हैं.
मजबूरन लोगों को निजी नर्सिंग होम में इलाज कराने के लिए जाना पड़ता है. फिलहाल अस्पताल में एक ऑपरेटर के सहारे दो पर्ची काउंटर संचालित की जा रही है. जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं अस्पताल में डॉक्टर चंद्र मोहन व डॉक्टर राम विनय पासवान मरीजों के उपचार में जुटे है. डॉक्टर ने बताया कि मरीजों के लिए लगभग सभी दवा मौजूद है.मौसम के बदलने के कारण सर्दी, बुखार, डायरिया, उल्टी, सर्पदंश व कुत्ता के काटने की मरीज आ रहे हैं.
जिनका इलाज किया जा रहा है.उधर मीनापुर बलहां गांव में हुई मारपीट के मामले में आधा दर्जन व्यक्ति घायल हो कर 28 जुलाई को अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया. जिसमें सुजीत कुमार, राधेश्याम पांडेय,मोहित कुमार पांडेय,अभिषेक कुमार पांडेय भर्ती हैं. उन्होंने बताया कि अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा है. परंतु दवा बाहर दुकान से खरीदना पड़ रहा है. जिसके कारण दवा दुकानदार का भी पैसा उधार लगा है.