शिविर में कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को दिया प्रशिक्षण
पुपरी : कृषि विज्ञान केंद्र, बलहा मकसूदन, सीतामढ़ी के उद्यान वैज्ञानिक मनोहर पंजीकार की अध्यक्षता में अनुमंडल के मझौर गांव के वार्ड संख्या दो में गुरूवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें किसानों को नये-नये बाग-बगीचे लगाने की जानकारी दी गयी.
मौके पर वैज्ञानिक श्री पंजीकार ने कहा कि नया बाग लगाने से पूर्व की तैयारी के लिए अप्रैल व मई का महीना सर्वोत्तम माना जाता है. बताया अप्रैल व मई में पौधा लगाने के लिए गड्ढे की खुदाई करना चाहिए. गड्ढा का आकार एक ×एक मीटर व एक से दूसरे गड्ढ़े की दूरी कम से कम पांच मीटर होना चाहिए. साथ ही प्रत्येक गड्ढे से निकली गयी मिट्टी की जगह 25 किलोग्राम पुराना गोबर, 500 ग्राम सिंगल सुपर फॉस्फेट, 250 ग्राम पोटाश, दो किग्रा नीम खल्ली, 25 ग्राम फोरेट को मिलाकर माॅनसून आने से 10 दिन पूर्व गड्ढे को भर दें. माॅनसून आते ही गड्ढे के बीच में 25 से 30 सेंटीमीटर की खुदाई कर पौधों की रोपाई कर दें. ऐसा करने से पौधे का समुचित विकास संभव होगा.
बाद में प्रशिक्षक व वैज्ञानिक श्री पंजीकार ने राम इकबाल ठाकुर के बगीचे का निरीक्षण कर आंधी व बारिश से क्षतिग्रस्त करीब 15 आम के पेड़ के शीर्ष से नीचे तक आवश्यकतानुसार छंटाई करवाया व कटाई की जगह फफूंदनाशक के घोल का लेप लगवाया. ताकि उसमें किसी प्रकार का संक्रमण नहीं हो सके. यह देख किसान काफी खुश नजर आये व कार्यक्रम की सराहना की. मौके पर डाॅ राम इकबाल ठाकुर, कृष्ण कुमार तिवारी, राम अवतार सिंह, राजेश कुमार, हरिश्चंद्र व राजेश मिश्र समेत करीब चार दर्जन किसान मौजूद थे.
