तरियानी : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सलेमपुर पंचायत में बाढ़ राहत सर्वेक्षण में अनियमितता के खिलाफ पांच सौ से अधिक संख्या में आक्रोशित ग्रामीणों ने शिवहर मुजफ्फरपुर मुख्य पथ को जाम कर दिया. जिससे इस पथ पर घंटों आवागमन प्रभावित रहा. सलेमपुर पम्प के पास व सलेमपुर बाजार पर ग्रामीणों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया.
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छह घंटे तक आक्रोशितों ने किया जाम
तरियानी : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सलेमपुर पंचायत में बाढ़ राहत सर्वेक्षण में अनियमितता के खिलाफ पांच सौ से अधिक संख्या में आक्रोशित ग्रामीणों ने शिवहर मुजफ्फरपुर मुख्य पथ को जाम कर दिया. जिससे इस पथ पर घंटों आवागमन प्रभावित रहा. सलेमपुर पम्प के पास व सलेमपुर बाजार पर ग्रामीणों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. […]
सड़क जाम के कारण सुबह सात बजे से एक बजे इस पथ पर आवागमन की समस्या उत्पन्न रही. वही वाहनों का परिचालन ठप रहा.ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों का आरोप था कि सर्वेक्षण में सर्वेक्षण टीम के द्वारा सुविधा शुल्क लेकर बाढ़ राहत में लोगों का नाम जोड़ा गया है. वैसे लोगो का नाम जोड़ा गया है जो बाढ़ से प्रभावित ही नहीं है. जबकि बाढ़ प्रभावित लोग इससे वंचित किये गये हैं.
स्थानीय मुखिया अंजली कुमारी के पति व मुखिया प्रतिनिधि सह पूर्व मुखिया मनोज कुमार ने कहा कि बाढ़ सर्वेक्षण टीम ने 2500 घर का सर्वे कर रिपोर्ट अंचल कार्यालय में दिया था. किंतु फाइनल सूची में 355 लोगों के खाता में पैसा भेजा गया.
मुखिया प्रतिनिधि ने कहा कि सर्वेक्षण टीम अपने मन से ही सर्वेक्षण किया है. उन्होंने आवास सहायक को निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया कि ग्रामीणों से सुविधा शुल्क लेकर सर्वे किया गया है. जिससे अनियमितता की बात सामने आ रही है. जिसका खामियाजा जनप्रतिनिधि को भुगतना पड़ रहा है.बाढ़ राहत सर्वे में विभाग की लापरवाही उजागर हो रही है.
जाम की सूचना मिलते ही अंचल अधिकारी विपिन कुमार सिंह ने जाम स्थल पर पहुंच कर आक्रोशित ग्रामीण को समझा बुझाकर जाम को समाप्त किया. उन्होंने ग्रामीण को अाश्वासन दिया कि डीएम से बात कर जो लो इस राहत सूची से वंचित रहे गये. उन्हें सूची में शामिल कर राहत अनुदान दिया जायेगा.
उधर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत सोनबरसा पंचायत के वंशीपचरा गांव के ग्रामीण द्वारा बाढ़ राहत सर्वेक्षण में अनियमितता के खिलाफ शिवहर मुजफ्फरपुर मुख्य पथ को वंशीपचरा चौक पर जाम कर दिया गया. वही टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने 11 बजे से तीन बजे तक सड़क को जाम रखा व जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.जाम की सूचना मिलते ही स्थानीय थानाध्यक्ष गोरख राम ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर जाम को समाप्त कराया. इधर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत तरियानी छपड़ा पंचायत के ग्रामीण का आरोप है कि बाढ़ पीड़ितों का सर्वेक्षण नहीं कराया गया है.अंचलाधिकारी से मुलाकात भी नहीं हो पा रही है.
लगभग 400 परिवार बाढ़ की चपेट में आ गये है. किंतु अंचलाधिकारी कुछ सुन नहीं रहे हैं. अंचलाधिकारी से मुलाकात नहीं हो पा रही है. जिससे लोग आवेदन नहीं दे पा रहे है.ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग हमें नजर अंदाज कर रहा है. उक्त ग्रामीणों आक्रोश में अंचल कार्यालय के पास हंगामा किया.
वही शीघ्र बाढ़ सर्वेक्षण की मांग की. वार्ड संख्या 13,14,व 15 के बाबूलाल दास, अमर दास, संजय सहनी, पूनदेव दास, फुलदेव दास, भुनेश्वर साह, ललन महतो, दीपक साह, बिल्टु मुखिया, संजय साह, मीना देवी, प्रमीला देवी समेत अन्य ग्रामीणों ने उक्त वार्ड में बाढ़ सर्वे करने की मांग किया है.
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