सासाराम सदर. बिहार राज्य ग्रामीण आवास कर्मी संघ ने 16 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को समाहरणालय के समक्ष धरना दिया. इसकी अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष दुर्गेश कुमार ने की. आवास कर्मियों ने कहा कि आवास कर्मी वर्ष 2014 से ही इमानदारी पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं. जिस हिसाब से महंगाई लगातार बढ़ रही है, उसके अनुसार हमलोगों को मानदेय नहीं मिल रहा है. इससे हमलोग न परिवार का भरण पोषण कर पा रहे है और नाही बेहतर शिक्षा दे पा रहे हैं. संघ के नेताओं ने आवास कर्मियों को वेतनमान व स्थायीकरण करने, मानदेय वृद्धि के साथ उसमें हर वर्ष 10 प्रतिशत की वृद्धि करने, पद का समायोजन कर सेवा 60 वर्ष करने, सरकार नौकरी में उम्र सीमा में छूट व वेंटेज की सुविधा देने, समूह बीमा, चिकित्सा बीमा, राज्य बीमा, विशेष आवास योजना की सुविधा उपलब्ध कराने व पुरानी पेंशन योजना लागू करने, नियोजित शिक्षकों की तरह मृत्यु होने पर ग्रामीण आवास कर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा का लाभ देने, ग्रामीण आवास सहायक, प्रखंड लेखापाल, आवास पर्यवेक्षक का अंतर जिला स्थानांतरण पर विचार करने के लिए वदसपदम विकल्प व विवरणी अंकित करने के लिए विभाग के वेबसाइट पर व्यवस्था की गयी थी. इसके आलोक में सभी ग्रामीण आवास कर्मियों द्वारा ऑनलाइन विकल्प व अन्य विवरणी भरा गया था. जिसपर अबतक विचार नहीं किया गया, महिला ग्रामीण आवास कर्मियों को गृह प्रखंड में पदस्थापित करने का आदेश पारित करने आदि का सरकार से मांग की. नेताओं ने कहा कि सरकार जब तक हमलोगों के मांग को मान नही लेती है, हमलोगों की हड़ताल जारी रहेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

