सासाराम सदर. सावन पूर्णिमा के अवसर पर मां ताराचंडी धाम में शनिवार को धूमधाम से हनुमान सेना के तत्वावधान में शहर के लोगों द्वारा ओढ़नी कढ़ईया चढ़ायी गयी. इस दौरान शहर के शिव घाट से शोभायात्रा निकाल श्रद्धालु विभिन्न मार्गों से गाजे-बाजे के साथ ओढ़नी कढ़ईया के साथ पांच किलोमीटर की दूरी तय कर ताराचंडी धाम पहुंचे. जहां धूमधाम से पूजा-अर्चना की गयी. मालूम हो कि ताराचंडी को 52 शक्तिपीठों में एक माना जाता है. यहां हर वर्ष श्रावण मास के अंत में रक्षाबंधन के दिन शहर के लोगों द्वारा पारंपरिक पूजन के तहत ओढ़नी कढ़ईया चढ़ाने की परंपरा है. इस पूजा में पूरे शहर के अलावा कई जगहों से लोग पूजा के लिए धाम में पहुंचते हैं और पूजा अर्चना कर मन्नतें मांगते हैं. लोगों के अनुसार, मां ताराचंडी मंदिर का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है, और यहां नवरात्रों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. शोभायात्रा में नगर पूजा समिति के सदस्य डॉ शिवनाथ चौधरी, सुशील सोनी, अशोक सिंह, राम इकबाल, रंजीत साहू, संतोष कुमार, पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद, गिरजा दुबे, अशोक कुमार सिंह, संतोष कुमार, सोनू सिन्हा जी, रजनीश कुमार वर्मा, सुशील सोनी, सरदार सूचित सिंह पप्पू जी, संदीप सोनी, मुकेश पांडेय, ध्रुव सिंह, कपिल देव चौधरी, सुरेंद्र पांडेय, राजेश कुमार, इंदु चौरसिया, संजय कुमार, अरुण कांस्यकार, महेंद्र कांस्यकार, सन्नी चौरसिया, सानू तिवारी, सोनू कुमार, दीपक श्रीवास्तव, सुनील कुशवाहा, सरदार हरदीप सिंह, हिमांशु कुमार, गोपाल दुबे, जितेंद्र कुमार, दीपक कुमार, राकेश चौरसिया, पूर्व वार्ड पार्षद बब्लु चौरसिया, बलजीत कुमार, सुजीत गोंड, प्रकाश चंद्रा, पुजारी दुबे, गुड्डू दुबे आदि शामिल थे. ताराचंडी धाम में श्रावणी मेले का समापन श्रावण मास के अवसर पर एक माह तक चलने वाले मेला का सावन पूर्णिमा के दिन शनिवार को समापन हो गया. मेले के दौरान ताराचंडी धाम में बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों के श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

