टैक्स वसूली के नाम पर अधिक राशि वसूलने का आरोप फल व सब्जी नहीं मिलने से अब आमलोगों को होने लगी परेशानी फोटो-20- व्यवसायियों से बातचीत करते उपचेयरमैन प्रतिनिधि. प्रतिनिधि, कोचस अपनी विभिन्न मांगों को लेकर तीसरे दिन सोमवार को भी दुकानदारों ने अपनी दुकानों को बंद कर नगर प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन किया. फल व सब्जी विक्रेता संघ के समर्थन में फुटपाथी विक्रेता संघ भी सड़क पर उतर आया है. इस हड़ताल से लोगों को परेशानी हो रही है. बताया जाता है कि इस मंडी से ही करगहर, दिनारा, परसथुआं, बड़हरी, राजपुर सहित दर्जनों छोटे बाजारों में फल और सब्जी की आपूर्ति होती है. हड़ताल के कारण लोगों को फल और सब्जियों के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. वहीं, खरमास समाप्ति के बाद 15 अप्रैल से मांगलिक कार्य भी शुरू हो रहे हैं. ऐसे में अगर हड़ताल जारी रही, तो फल व सब्जियों के लिए लोगों को और परेशानियां झेलनी पड़ सकती है. इधर, दुकानदारों का कहना है कि जिले के अन्य नगर पंचायतों के अनुरूप यहां पर टैक्स की वसूली की जाये. अन्यथा हड़ताल खत्म नहीं होगी. इम्तियाज राइन, विनोद चौहान, नुमान राइन, विजय कुशवाहा, क्यामुद्दीन अंसारी, सलामत, राइन मुसा चौहान, अजीत सेठ, संतोष सिंह, भुअर पासवान, मंटू कुमार आदि दुकानदारों का कहना है कि नगर प्रशासन स्थानीय बाजार के छोटे कारोबारियों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रहा है. टैक्स वसूली के नाम पर जबरन दोगुनी राशि वसूल की जाती है. इसका वे विरोध कर रहे हैं. दुकानदारों ने कहा कि जबरन टैक्स वसूली के बाद भी फल व सब्जी मंडियों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति, शौचालय, यूरिनल, शेड निर्माण, पीसीसी ढ़लाई जैसे बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं करायी गयीं. इसके अलावा मंडी में फल और सब्जियां लेकर पहुंचने वाले दूसरे प्रदेशों के व्यवसायियों को ठहरने व रात्रि विश्राम के लिए कोई भवन का निर्माण नहीं किया गया है.
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