छपरा. महापौर प्रतिनिधि और कार्यालय की महिला कर्मी के साथ हुए विवाद के बाद कार्यालय कर्मियों के द्वारा 31 जनवरी से ही कामकाज का बहिष्कार करने से नाराज नगर आयुक्त एक्शन मोड में आ गए हैं. उन्होंने सभी कर्मियों के लिए आदेश जारी करते हुए कहा है कि जल्द से जल्द काम पर लौटे नहीं, तो कार्रवाई होगी. नगर आयुक्त ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि जो भी मानदेय या दैनिक वेतन भोगी छपरा नगर निगम कार्यालय में कार्यरत है और जो 31 जनवरी से लगातार कार्यालय में अपना उपस्थिति दर्ज करा कर कार्यालय कार्य बहिष्कार किये है, ऐसे में कार्यालय कार्य बहिष्कार से महत्वपूर्ण सरकारी कार्य के निष्पादन में समस्या उत्पन्न हो रही है. कार्य बहिष्कार में शामिल वैसे सभी मानदेय या दैनिक वेतन भोगी कर्मी को निदेशित किया जाता है कि अतिशीघ्र अपने-अपने आवंटित कार्य को सुचारू रूप से करना सुनिश्चित करें, अन्यथा आपके विरूद्ध नियमानुकूल कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि विवाद की शुरुआत नगर निगम के महापौर प्रतिनिधि अमित कुमार गुप्ता से शुरू हुई. उन्होंने आम नागरिकों के हित में म्यूटेशन से संबंधित कोई कार्य करने के लिए निगम की महिला कर्मी रोशनी कुमारी को कहा तो मामला गाली गलौज और दुर्व्यवहार में बदल गया. लगे हाथ महिला कर्मी रोशनी कुमारी ने महापौर प्रतिनिधि पर नगर थाने में कांड संख्या 33 /25 के तहत प्राथमीकी दर्ज करा दी. फिर अपने बचाव में महापौर प्रतिनिधि ने भी महिला कर्मी पर उसी थाने में 34/25 मुकदमा ठोक दिया. क्या कहा नगर आयुक्त ने कार्य बहिष्कार किये कर्मियों को काम पर लौटने का आदेश दिया गया है, यदि नहीं लौटते हैं, तो कार्रवाई होगी. सुनील कुमार पांडे, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम क्या कह रहे हैं महापौर हमने जो जानकारी मांगी है वह मुझे मिलना चाहिए. विवाद के पहले ही मैंने इसकी मांग की थी. लक्ष्मी नारायण गुप्ता, महापौर, नगर निगम
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