छपरा. शहर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन एक गंभीर समस्या बन चुका है. गलत साइड में वाहन चलाना और तेज रफ्तार का शौक, खासकर युवाओं में, आम बात हो गयी है, जिससे न सिर्फ यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है बल्कि सड़क दुर्घटनाओं का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है. प्रशासन और परिवहन विभाग द्वारा समय-समय पर अभियान चलाये जाने के बावजूद, लोगों में जागरूकता की कमी के कारण एक बेहतर ट्रैफिक सिस्टम बना पाना मुश्किल हो रहा है. शहर में लोग जल्दबाजी और जाम से बचने के लिए अक्सर गलत साइड से वाहन चलाते हैं. मोटरसाइकिल हो या छोटी गाड़ियां, चालक अक्सर शॉर्टकट के चक्कर में अपनी दिशा से भटक जाते हैं. इस तरह की लापरवाही से न सिर्फ जाम की समस्या पैदा होती है, बल्कि राहगीरों और अन्य वाहन चालकों के लिए भी दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है. कई बार गलत साइड से आ रहे वाहनों के कारण पैदल चलने वालों को भी चोटें लग जाती हैं.
शॉर्टकट के चक्कर में वन-वे नियमों की अनदेखी
शहर के प्रमुख चौराहों पर वन-वे सिस्टम को लागू करने के लिए बैरिकेडिंग लगायी गयी है, लेकिन कई चालक इन नियमों की अनदेखी कर शॉर्टकट अपनाते हैं. उदाहरण के लिए, छपरा के थाना चौक और नगरपालिका चौक पर अक्सर मोटरसाइकिल चालक गलत लेन में घुस जाते हैं, जिससे इन क्षेत्रों में भारी जाम लग जाता है. शहरी इलाकों में निर्धारित गति सीमा से अधिक स्पीड में वाहन चलाना युवाओं के बीच एक चलन बन गया है. इस लापरवाही के कारण कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और कई युवा अपनी जान गंवा चुके हैं. चिंता की बात यह है कि 18 वर्ष से कम उम्र के कई युवा भी शहर की सड़कों पर तेज गति से बाइक चलाते देखे गये हैं. अभिभावकों द्वारा कम उम्र के बच्चों को वाहन देना भी इस समस्या का एक बड़ा कारण है. ट्रैफिक प्रभारी रामबालक यादव ने बताया कि नियमों का पालन न करने वालों और गलत साइड में वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाती है. उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही एक विशेष वाहन जांच अभियान चलाया जायेगा और लोगों को वन-वे सिस्टम, नो-एंट्री और अन्य ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

