सोनपुर. हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला में पर्यटन विभाग के मुख्य मंच से गुरुवार की शाम सारण जिला हे संगीत शिक्षकों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकों के दिल को जीत लिया. जिला प्रशासन, सारण जी ओर से आयोजित सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत बाल कलाकार आदित्य राज ने भजन एवं लोकगीत से की. इनके साथ तबला पर छोटे भाई अंकुश राज ने संगत किया. बिहार की सुप्रसिद्ध उद्घोषिका रूपम त्रिविक्रम के संचालन मंई आयोजित कार्यक्रम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, चकिया, छपरा सदर के संगीत शिक्षक अजय कुमार राम ने गजल एवं भोजपुरी लोकगीत गाकर दर्शकों में उत्साह भर दिया. इसके बाद आरबी उच्चतर माध्यमिक, विद्यालय, बारवें, परसौना की संगीत शिक्षिका राखी कुमारी ने राम भजन एवं मशहूर झूमर बाबा दिहले टिकवा से हो रे हम तेज़ॉब की प्रस्तुति कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया. वही उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,अमनौर के संगीत शिक्षक सुरजीत सिंह ने गीत नैन मिलब बा जब से दिल में करार नईखे और गजल की प्रस्तुति की.वही बाल कलाकार सात्विक शुभम ने गीत तेरे जैसा यार कहां की प्रस्तुति दी. वही बाल कलाकार उत्कर्ष और वैष्णवी की जोड़ी ने भजन मेरे बांके बिहारी लाल गाकर भक्तिमय वातावरण बना दिया. इसके बाद जेडी प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज,परसौना, परसा, सारण के संगीत शिक्षक गोविंद वल्लभ ने अपनी गायिकी से दर्शकों को खूब झूमाया. इन्होंने सबसे पहले भोजपुरी फिल्मी गीत मिले खातिर दिल बेकरार काहे होला,प्यार में लोगवा बीमार काहे होला, भोजपुरी गीत दर्दे दिल के बढ़ा के गईल मशहूर गीत हां हम बिहारी है जी, और अंत में फिल्म गीत एक प्यार का नगमा है. मौजों की रवानी है की प्रस्तुति से सांस्कृतिक संध्या को यादगार बना दिया. इन कलाकारों के साथ ढोलक पर रघुवीर सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, महदलीचक, सोनपुर के संगीत शिक्षक मनोज कुमार सुमन,इफेक्ट पर विक्की पटेल ने शानदार तरीके से संगत कर कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.अंत में तरैया की सीडीपीओ सीमा कुमारी ने सभी संगीत शिक्षकों को सोनपुर मेला का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया.
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