दिघवारा. नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या 15 में सात निश्चय योजना के तहत संचालित नल जल योजना बदहाली का शिकार हो चुकी है. वार्ड में लगायी गयी बोरिंग के बार-बार खराब होने के कारण लोगों को नियमित रूप से पानी नहीं मिल पा रहा है. मोटर बार-बार जल जाने से वार्डवासियों की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. इस गंभीर समस्या को लेकर वार्ड निवासी त्रिपुरारी कुमार समेत 31 लोगों ने हस्ताक्षरयुक्त एक शिकायती पत्र नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को सौंपा है. पत्र में उल्लेख किया गया है कि पिछले छह महीनों से बोरिंग बंद पड़ी है, और कई बार मरम्मत कराने के बावजूद समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका है. लोगों ने मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है. इस संबंध में पूछे जाने पर कार्यपालक पदाधिकारी रौशन कुमार ने कहा कि मोटर की बार-बार खराबी का मुख्य कारण उसका समुचित रखरखाव न होना है. उन्होंने कहा, स्थानीय लोग मोटर का सही तरीके से देखभाल नहीं कर रहे हैं, जिससे यह बार-बार खराब हो जाती है. शिकायत मिलने पर मोटर को तुरंत ठीक करवाया गया है. बहुत जल्द मोटर के रखरखाव के लिए एक कर्मी की नियुक्ति की जायेगी, जिससे ऐसी शिकायतें स्वतः समाप्त हो जायेंगी. वार्ड पार्षद ने बताया कि मोटर के आउटलेट प्वाइंट को कुछ असामाजिक तत्वों ने जाम कर दिया था, जिसके कारण मोटर बार-बार खराब हो रही थी. उन्होंने कहा कि अब वह समस्या दूर कर दी गयी है और बोरिंग से जलापूर्ति पुनः सामान्य कर दी गयी है.
नियमित हो निगरानी
हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि पानी की आपूर्ति अब भी अनियमित है और कभी-कभी हफ्तों तक मोटर खराब होने से पानी नहीं मिल पाता. इससे खासकर महिलाओं और बुजुर्गों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. लोगों की मांग है कि नल-जल योजना को स्थायी रूप से सुचारु रखने के लिए नियमित निगरानी और तकनीकी कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है