छपरा. सारण जिले में सहकारिता विभाग ने वर्ष 2024-25 में धान की रिकॉर्ड खरीदारी की है. विभाग को इस वर्ष 1,23,341 टन धान खरीदने का लक्ष्य मिला था, जिसके विरुद्ध 1,11,848 टन धान की खरीद की गयी. यह पिछले वर्ष 2023-24 की 97,022 टन की तुलना में 14,825 टन अधिक है. इस उपलब्धि से सहकारिता विभाग उत्साहित है, लेकिन मिलरों की धीमी चावल आपूर्ति विभाग की चिंता का कारण बन गयी है. आंकड़ों के अनुसार, अब तक केवल 44,669 टन चावल की प्राप्ति हुई है, जबकि 75,687 टन चावल मिलना चाहिए था. इसमें 33,118 टन अरवा चावल और 11,551 टन उसना चावल शामिल है. यानी अब भी 31,018 टन चावल की आपूर्ति शेष है. विभाग ने चावल उठाव के लिए अब तक 1,637 एसटीआर (स्टॉक ट्रांसफर रिक्विजिशन) निर्गत कर दिये हैं, बावजूद इसके चावल की आपूर्ति सुस्त है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यदि शीघ्र ही मिलरों द्वारा शेष चावल की आपूर्ति नहीं की गयी तो कार्रवाई की जायेगी. यह स्थिति राज्य खाद्य योजना एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली पर भी असर डाल सकती है.
क्या कहते हैं डीसीओ
एक सप्ताह के अंदर लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जायेगा. सभी मिलर और समितियाें को जिलाधिकारी ने पहले ही आदेशित कर दिया है और टाइम बॉन्ड में डालते हुए चावल जमा करने का आदेश दिया है.सुधीर कुमार सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारी
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