छपरा. जयप्रकाश विश्वविद्यालय के शोध छात्र संगठन आरएसए ने अपनी मांगों को लेकर कुलपति कार्यालय के सामने अर्धनग्न होकर विरोध-प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन विश्वविद्यालय प्रशासन की अनदेखी, शोषण, भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ था, जिसने छात्रों की शैक्षणिक और आर्थिक स्थिति को गंभीर रूप से प्रभावित किया है. छात्रों ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन मूलभूत शैक्षणिक आवश्यकताओं की अनदेखी कर रहा है. इसके कारण प्रमाण पत्रों में देरी, अवैध शुल्क वसूली और परीक्षा प्रक्रिया में अव्यवस्था जैसी समस्याएं आम हो गयी हैं. प्रदर्शनकारी छात्रों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि सारण प्रमंडल के गरीब छात्रों को जानबूझकर शिक्षा से वंचित और परेशान किया जा रहा है. छात्रों ने मांग करते हुए कहा कि नामांकन शुल्क लेने में पारदर्शिता बरती जाये. सीबीसीएस स्नातक सत्र 2025-29 के लिए छात्रों से अवैध शुल्क न लिया जाये. स्नातकोत्तर सत्र 2018-20 और 2019-21 के सभी सेमेस्टरों के अंक पत्र छात्रों को तुरंत उपलब्ध कराये जाएं. स्नातक सत्र 2019-22 और 2020-23 के छात्रों से दोबारा शुल्क न लिया जाये. स्नातक सत्र 2020-23 और 2021-24 के प्रथम व द्वितीय खंड के छात्रों के अंक पत्र में गलतियां सुधारकर उन्हें उपलब्ध करायी जाये. छात्र नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन ने उनकी मांगों पर तुरंत ध्यान नहीं दिया, तो यह आंदोलन और भी तेज किया जायेगा. वे जिला और राज्य स्तर पर भी एक बड़ा आंदोलन शुरू करने की योजना बना रहे हैं. प्रदर्शन में उज्जवल कुमार सिंह, आशीष यादव, विवेक कुमार विजय सहित कई छात्र नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे.
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