छपरा. विधानसभा चुनाव के दौरान जहां मतदाताओं में लोकतंत्र के इस पर्व को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा गया, वहीं कुछ लोगों की लापरवाही और नियमों की अनदेखी चर्चा का विषय बन गयी. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और निर्वाचन आयोग के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद, कई मतदान केंद्रों से सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गये हैं.
जानकारी के अनुसार, जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने मोबाइल फोन छिपाकर अंदर ले गये और मतदान करते समय इवीएम की फोटो व वीडियो बना डाले. इतना ही नहीं, कुछ लोगों ने मतदान के दौरान इवीएम का बटन दबाते हुए रील्स बनाकर फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप पर अपलोड कर दीं. देखते ही देखते ये वीडियो हजारों लोगों तक पहुंच गये और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गये.पुलिस की सख्त कार्रवाई, साइबर थाने में दर्ज हुई प्राथमिकी
वायरल वीडियो और पोस्ट के मामलों को गंभीरता से लेते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष के निर्देश पर, चिह्नित किये गये व्यक्तियों के खिलाफ साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस प्रशासन ने उन सोशल मीडिया अकाउंट्स की पहचान शुरू कर दी है, जिनसे आचार संहिता का उल्लंघन या भ्रामक वीडियो का प्रसार किया गया है. संबंधित अकाउंट्स की निगरानी की जा रही है और दोषी पाये जाने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी.लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए चिंताजनक प्रवृत्ति
मतदान केंद्रों के अंदर से फोटो या वीडियो बनाना पूरी तरह वर्जित है. यदि किसी मतदाता द्वारा इस तरह का कार्य किया गया है, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी. विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया पर इस तरह के पोस्ट चुनाव आचार संहिता का सीधा उल्लंघन हैं और इससे मतदान प्रक्रिया की निष्पक्षता प्रभावित होती है. वहीं, आम मतदाता इसे मनोरंजन या ट्रेंड के रूप में ले रहे हैं, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए चिंताजनक है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

