छपरा. जिले में ठंड ने धीरे-धीरे दस्तक दे दी है. सुबह और शाम के समय तापमान में गिरावट के साथ लोग अब गर्म कपड़ों का सहारा लेने लगे हैं. ठंड को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पतालों में मरीजों की सुविधा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं. इन निर्देशों के तहत अस्पतालों में मरीजों के बेड पर चादर और कंबल की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है, ताकि भर्ती मरीजों को ठंड से राहत मिल सके. हालांकि सदर अस्पताल में इन दिशा-निर्देशों का पालन ढंग से होता नहीं दिख रहा है. सर्जरी और इमरजेंसी वार्ड की स्थिति बेहद खराब है. सर्जरी विभाग में भर्ती मरीजों के बेड पर चादर नहीं बिछायी गयी है. कई मरीज अपने घर से चादर और कंबल लेकर ठंड में दिन-रात गुजारने को मजबूर हैं. वहीं अस्पताल प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गयी है. इस संबंध में पूछे जाने पर सर्जरी विभाग के इंचार्ज रणधीर कुमार ने बताया कि उपाधीक्षक को इस मामले की लिखित जानकारी दी गयी है. जैसे ही अस्पताल में चादर और कंबल उपलब्ध होंगे, मरीजों के लिए व्यवस्था कर दी जायेगी.
इमरजेंसी वार्ड में भी नहीं उपलब्ध है चादर व कंबल
सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड की स्थिति भी अलग नहीं है. वहां भी बेड पर चादर नदारद हैं. कर्मचारियों ने बेड पर चादर नहीं होने का कारण बताते हुए कहा कि, कई बार मरीज अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद चादर अपने साथ घर ले जाते हैं, जिससे काउंटिंग कम हो जाती है. वहीं, कई गंदी चादरें वार्ड में पड़ी रहती हैं, जिन्हें समय पर धोया नहीं जा रहा है. अस्पताल में चादर धोने के लिए कर्मियों की नियुक्ति तो है, लेकिन निगरानी और जवाबदेही के अभाव में काम सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है. ठंड के मौसम में इस तरह की लापरवाही से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

