छपरा. शनिवार को तरैया बाजार स्थित सांढा ढाला ओवर ब्रिज से लेकर बाजार समिति और छपरा सेंट्रल स्कूल तक एक किलोमीटर तक जाम की भीषण स्थिति बनी रही. सुबह आठ बजे से ही जाम की जो स्थिति उत्पन्न हुई वह 12 बजे तक जारी रही.
जाम में गाड़ियों की रेलमपेल इतनी थी कि राहगीरों और बाइक सवारों को रास्ता निकालना भी मुश्किल हो रहा था. इस जाम में सीबीएसइ परीक्षा के परीक्षार्थी भी फंसे थे, जिससे उनकी परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में काफी परेशानी आयी. सीबीएसइ की गणित परीक्षा शनिवार को थी और इस दौरान परीक्षार्थी जाम में फंसकर देरी से परीक्षा केंद्र पहुंचे. अमित कुमार नामक एक परीक्षार्थी ने बताया कि वह काशी बाजार से छपरा सेंट्रल स्कूल परीक्षा देने जा रहा था, लेकिन बाजार समिति के पास जाम में फंस गया और 10 बजे के बाद किसी तरह केंद्र पर पहुंच पाया, जिससे उन्हें दिक्कत हुई. छात्रा श्रुति कुमारी और दिव्यांशी कुमारी जैसे अन्य परीक्षार्थियों ने भी अपनी परेशानी साझा की.बड़े ट्रकों की कतार और प्रशासन की निष्क्रियता
जाम का मुख्य कारण बाजार समिति के पास बड़ी ट्रकों की कतार थी, जो सुबह से ही सड़क पर खड़ी थीं. स्थानीय लोगों का कहना था कि प्रशासन को चाहिए था कि इन ट्रकों को सुबह के समय चार से छह बजे तक आने की अनुमति दी जाती, ताकि आम यातायात प्रभावित न हो. पुलिस के कर्मी केवल ओवर ब्रिज के पास खड़े थे और वे आगे जाकर जाम को साफ करने की कोशिश नहीं कर रहे थे, जिससे जाम की स्थिति और गंभीर हो गयी.स्कूली बच्चे और एंबुलेंस भी जाम में फंसे
जाम में केवल परीक्षार्थी ही नहीं, बल्कि स्कूली बच्चे और एंबुलेंस भी फंसे हुए थे. एक स्कूली बच्चा आदित्य ने बताया कि वे लोग आधे घंटे से बस में बैठे थे, और धूल-धुएं के कारण उन्हें उल्टी जैसा महसूस हो रहा था. एंबुलेंस की गाड़ियां भी जाम में फंसी हुई थीं, जो स्वास्थ्य सेवा में देरी का कारण बन रही थीं.जाम के कारण कलेक्ट्रेट बना पार्किंग स्थल
कलेक्ट्रेट में लोगों द्वारा वाहनों को खड़ा कर दिया जाता है, जिससे सड़कों पर लंबी लाइन लग जाती है. इसका असर पैदल चलने वालों और बाइक चालकों पर पड़ रहा है, क्योंकि सड़क के किनारे पर्याप्त जगह नहीं बच रही है.सारण एसपी का त्वरित कदम :
सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने इस जाम की सूचना मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई की और अधिकारियों को भेजकर जाम को सुलझाया. उन्होंने बताया कि जाम को पूरी तरह से क्लियर कर दिया गया है और अब कोई परेशानी नहीं है. इसको लेकर और क्या क्या हेडिंग हो सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है