छपरा. जिले के जनता बाजार थाना क्षेत्र से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आयी, जिसमें एक अविवाहित महिला से उसका नवजात शिशु छीनकर बेचने की साजिश रची गयी. इस गंभीर मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए नवजात को सकुशल उसकी मां को सौंप दिया. एसएसपी डॉ कुमार आशीष ने बताया कि मामला तब उजागर हुआ जब पीड़िता ने जनता बाजार थाना में लिखित शिकायत दर्ज करायी. शिकायत में बताया गया कि ग्राम भाटोलिया निवासी और संगम ऑर्केस्ट्रा पार्टी के संचालक हरिकिशोर प्रसाद तथा उसका भाई उपेंद्र सिंह, जो एक फर्जी क्लिनिक मां दुर्गा नर्सिंग होम चलाते हैं, ने मिलकर महिला का प्रसव कराया और नवजात शिशु को जबरन छीनकर बेचने की साजिश रची.
पीड़िता के अनुसार, शिशु के जन्म के बाद आरोपियों ने उससे अधिक पैसे की मांग की और असहमति जताने पर नवजात को जबरदस्ती ले लिया. आरोपियों ने बच्चे को अपने सहकारी सोनू गिरी रसूलपुर, थाना दरौंदा, जिला सीवान की मदद से पांच लाख रुपये में बेच दिया. इस सनसनीखेज मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया. पुलिस ने पहले हरिकिशोर प्रसाद को गिरफ्तार किया, जिसके स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ. आरोपी की निशानदेही पर मिशन मुक्ति फाउंडेशन और रेस्क्यू फाउंडेशन दिल्ली तथा गुजरात के बड़ोदरा पुलिस की मदद से आरोपी सोनू गिरी को वडोदरा से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर सारण लाया गया. पूछताछ में पता चला कि नवजात शिशु को सिवान जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के उकाई गांव में नीरज पासवान के घर छिपाकर रखा गया था. तत्परता से छापेमारी कर पुलिस ने नवजात को बरामद कर मां से मिलवाया. फिलहाल, आगे की जांच जारी है और इस संगठित मानव तस्करी गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. इस ऑपरेशन में जनता बाजार थाना, एएचटीयू टीम, जिला सूचना इकाई, मिशन मुक्ति फाउंडेशन तथा रेस्क्यू फाउंडेशन दिल्ली के सदस्य शामिल थे. पुलिस की इस मानवीय पहल की समाज में सर्वत्र सराहना की जा रही है.
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