मांझी. मांझी नगर पंचायत के रामघाट पर सोमवार सुबह एक दुखद घटना घटी, जब 18 वर्षीय शैलेंद्र कुमार यादव की सरयू नदी में डूबकर मौत हो गयी. शैलेंद्र, जो चैनपुर गांव का निवासी था और पेंटर का काम करता था, अपने दर्जन भर दोस्तों के साथ नदी में नहा रहा था. इसी दौरान वह गहरे पानी में बहकर डूब गया. दोस्तों ने शोर मचाया और बाद में स्थानीय बोट चालक प्रदीप यादव समेत अन्य युवकों ने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद उसे पानी से बाहर निकाला. अचेत अवस्था में उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद छपरा सदर अस्पताल भेजा गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शैलेंद्र की मौत की खबर सुनकर परिजनों में कोहराम मच गया. उसकी मां पार्वती देवी, भाई और बहनें रो-रोकर बेहाल हो गये. कुछ दिन पहले ही वह घर वापस आया था और होमगार्ड की बहाली की तैयारी कर रहा था. वह रोज शारीरिक प्रशिक्षण लेकर सफलता की उम्मीद कर रहा था. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने रामघाट को खतरनाक घोषित करने की मांग की है. घाट पर हो रहे बोल्डर पिचिंग के कारण घाट तक पहुंचना मुश्किल हो गया है, जिससे नहाने के दौरान लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं. बोट चालक प्रदीप यादव ने बताया कि वह पिछले छह महीनों में 56 लोगों की जान बचा चुका है. उसने प्रशासन से रामघाट पर नहाने पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की अपील की है, ताकि और भी जिंदगियों को बचाया जा सके.
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