छपरा(सारण) : शहर को गंदगी व जलजमाव से मुक्त करने के लिए व्यापक अभियान चलेगा. कार्ययोजना बनाकर चरणबद्ध तरीके से कार्य कराया जायेगा. इसके लिए नगर परिषद् तथा डुडा के अधिकारियों को कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है.
सड़कों पर जलजमाव की समस्या तथा गंदगी की स्थिति से निपटने के लिए पूर्व में बनायी योजनाओं का बेहतर ढंग से कार्यान्वयन नहीं करने वाले अधिकारियों को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई की जायेगी. यह निर्देश प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल ने मंगलवार को दिया. इसके पहले आयुक्त ने सोमवार की देर रात शहर के जलजमाव तथा गंदगी वाले इलाकों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया. रात दस बजे के बाद जब शहर के लोग सो रहे थे. उस समय प्रमंडलीय आयुक्त अधिकारियों के साथ शहर का भ्रमण कर रहे थे.
गंभीर हो चुकी है समस्या : शहर में जलजमाव, गंदगी तथा अतिक्रमण की समस्या काफी गंभीर हो चुकी है. दिन-प्रतिदिन यह सुलझने के बजाय और उलझती जा रही है. डुडा द्वारा हाल ही में शहर को सुंदर व स्वच्छ बनाने के लिए करोड़ों रुपये की लागत से कई महत्वपूर्ण कार्य कराये गये हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है. कई स्थानों पर अनियमित ढंग से कार्य कराये जाने से नयी समस्याएं भी उत्पन्न हो गयी हैं.
डाकबंगला रोड पर सड़क के चौड़ीकरण और फुटपाथ निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च किये गये. नये नाला का निर्माण कराया गया, लेकिन हल्की बारिश होने पर भी डीएम-एसपी के आवास से लेकर प्रमंडलीय आयुक्त के कार्यालय व नगर थाना तक जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो रही है. सड़क को चौड़ी करने के लिए निर्माण कार्य कराया गया लेकिन फुटपाथ और सड़क के बीच में स्थित बिजली के खंभों को नहीं हटाया गया है. इससे सड़क को चौड़ी करने की योजना महज मजाक बनकर रह गयी है.
अतिक्रमण मुक्त नहीं हो सका है शहर : शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाने की प्रशासन की कोशिश धरी की धरी रह गयी है. ब्रह्मपुर पुल से लेकर भिखारी ठाकुर मोड़ तक मुख्य सड़क पर किये गये अतिक्रमण को हटाने के लिए लंबे समय तक प्रशासन ने अभियान चलाया. अतिक्रमण हटाया भी गया, लेकिन कुछ दिनों के बाद से अतिक्रमणकारी पूर्व की स्थिति को कायम कर दिये हैं.
अतिक्रमण के कारण न केवल शहर में जाम की समस्या गंभीर हो रही है, बल्कि सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ रही हैं. महज नगरपालिका चौक से लेकर थाना चौक तक ही अतिक्रमण हटाया जा सका है. थाना चौक से लेकर साहेबगंज चौक होते हुए मौना चौक तक अतिक्रमणकारियों का साम्राज्य कायम है. साहेबगंज चौक से लेकर करीमचक होते हुए कटहरी बाग तक अतिक्रमणकारियों का दबदबा बना हुआ है. साहेबगंज चौक से लेकर मौना चौक तक सड़क पर ही दुकानें लगती हैं. इस वजह से चलना भी मुश्किल है.