छपरा. सारण जिले में विधानसभा चुनाव की मतगणना ने इस बार ऐसी तस्वीर पेश की है, जिसने पूरे राजनीतिक माहौल को नये सिरे से सोचने पर मजबूर कर दिया है. मढ़ौरा, एकमा, छपरा, सोनपुर समेत जिले के लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में करीब 40 हजार मतदाताओं ने नोटा दबाकर स्पष्ट संदेश दिया कि वे किसी भी उम्मीदवार को योग्य नहीं मानते. यह सिर्फ आंकड़ा नहीं, बल्कि जनता के मन में चल रहे बदलाव, असंतोष और नयी राजनीतिक चेतना का सीधा दस्तावेज है. सबसे अधिक नोटा मतदाताओं ने एकमा विधानसभा के चुनाव में प्रयोग किया. सोनपुर में 2606, मढ़ौरा में 4809, तरैया 1724, मांझी में 6113, एकमा में 6217, गड़खा 2617, छपरा 2706, अमनौर में 3749, परसा में 4677 और बनियापुर 4876 नोटा वोट दर्ज किये गये. ग्रामीण क्षेत्रों में चर्चा है कि नेता चुनाव के बाद क्षेत्र से गायब हो जाते हैं और समस्याएं जस की तस बनी रहती हैं. ऐसे माहौल में मतदाता समझ चुके हैं कि अपनी नाराजगी जताने के लिए नोटा एक मजबूत विकल्प है.
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