छपरा(सारण) : खेत, खलिहान तथा गांव से लेकर शहरी क्षेत्रों में अग्निशमन व्यवस्था को बेहतर बनाया जा रहा है और ग्रास रूट पर आपदा प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है. उक्त बातें बिहार गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवा के महानिदेशक सह महासमादेष्टा पीएन राय ने जिला परिसदन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शनिवार को कही.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक दो किलोमीटर पर हाइडेंट का निर्माण कराया जायेगा. शहरी क्षेत्रों में प्रत्येक वार्ड में हाइडेंट का निर्माण कराया जायेगा. निजी बोरिंग या पंप सेट फायर ब्रिगेड की वाहन में पानी भरने पर लागत खर्च का भुगतान किया जायेगा. उन्होंने कहा कि जिले के सभी पेयजल आपूर्ति ट्यूबवेल, सिंचाई के लिए बने नलकूप में हाइडेंट का निर्माण कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार की हर गांव- हर घर में जल नल लगाने की योजना है और इसी योजना के साथ हाइडेंट को जोड़ा गया है.
उन्होंने कहा कि गांव में पंचायत स्तर पर मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया गया है और इसका पालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल करने के साथ-साथ पंचायत स्तर पर वालेंटियर्स की टीमें तैयार की जा रही हैं और उन्हें अगलगी की घटना होने पर बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है. उन्होंने कहा कि शहरों में बिना अनुमति के बने भवनों को चिह्नित करने तथा उसमें अग्नि सुरक्षा का उपाय करने का निर्देश दिया गया है. जिन भवनों में अग्नि शमन व्यवस्था है,
उसके रखरखाव की जांच करने तथा अपडेट कराने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि अस्पतालों में अग्निशमन व्यवस्था पर विशेष नजर है. उन्होंने कहा कि फायर ब्रिगेड कर्मचारियों को क्षेत्र में जाकर वैसे सभी मकानों, दुकानों, होटलों, माल, नर्सिंग होम, अस्पतालों का सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि जिले में 88 स्थानों पर हाइडेंट का निर्माण कराया जा चुका है और 26 स्थानों पर हाइडेंट का निर्माण कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कुल 211 स्थानों पर हाइडेंट का निर्माण कराने की योजना है.