Samastipur News:हसनपुर : स्थानीय बाजार के बीचो-बीच गुजरने वाली मृत बागमती नदी की चौड़ाई दिनों-दिन घटती जा रही है. स्थानीय लोग नदी में मिट्टी भरकर पक्का मकान का निर्माण भी कर रहे हैं. अब तक कई मकान बनाये जा चुके हैं. जिस पर प्रशासन की चुप्पी रहस्यमय बनी हुई है. लोगों का कहना है कि जिस भूमि पर घर बनाये जा रहे हैं यदि वे वास्तव में उनके हैं तो फिर प्रशासन को इस पर भी अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए. ताकि लोगों की गलतफहमी दूर हो सके. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. हसनपुर अस्पताल के बगल से गुजरने वाली सड़क से रतिया टोला तक दर्जनों की संख्या में मकान बनाये जा चुके हैं. लगभग दो किलोमीटर लंबाई में नदी की चौड़ाई दिनोंदिन घटती जा रही है जो चिंता का सबब बना हुआ है. हसनपुर प्रखंड मुख्यालय पथ में पेट्रोल पंप के समीप से बागमती नदी पर बने पुल तक पीडब्ल्यूडी सड़क का सहारा लेकर लोगों ने नदी की भूमि को अतिक्रमित कर रखा है. इस पर दर्जनों दुकानें सजी हुई है. दुकान के पीछे नदी की जमीन में कई आवासीय मकान भी बने हुए हैं. सड़क से पश्चिमी भाग में नदी की भूमि में पक्के मकान के निर्माण का कराया जा रहा है. फिर भी इस ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट नहीं हो रहा है. अतिक्रमणकरी पीडब्ल्यूडी एवं नदी की भूमि पर कब्जा करते जा रहे हैं. हसनपुर चीनी मिल चौक से रामपुर ढाला, वीरपुर पथ, भारद्वाज कॉलेज पथ, बड़गांव पथ में अतिक्रमणकारियों का बोलबाला कायम है. सुबह के समय सड़क पर गाड़ियों की लंबी कतारें रहती हैं. जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी होती है. शाम के समय ठेले वालों की भीड़ होती है. बाजार में सड़क किनारे तक दुकान सजी रहती है. जिससे आने-जाने वाली गाड़ियों को एक साथ गुजारना मुश्किल होता है. जिसको लेकर सरकार से स्थानीय लोगों ने इस पर ध्यान देने की मांग करते हुए मृत बागमती नदी की घट रही चौड़ाई को पुनः पुराने स्वरूप में लाने की बात बतायी.
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