Samastipur News:समस्तीपुर : शहर के आरएनएआर काॅलेज में जंतु विज्ञान विभाग के तत्वावधान में वाहक जनित बीमारियां एवं गुणसूत्र की अवधारणा विषयक एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. जंतु विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ बबीना सिन्हा ने सभी आगत अतिथियों का स्वागत के साथ-साथ विषय पर प्रकाश डाला. मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एसके चौधरी ने कहा कि वाहक जनित बीमारियां अक्सर जीन में बदलाव (उत्परिवर्तन) के कारण होती हैं, जो गुणसूत्रों पर स्थित होते हैं. प्रधानाचार्य ने कहा कि सुरक्षात्मक उपायों और सामुदायिक लामबंदी के माध्यम से कई वेक्टर जनित रोगों को रोका जा सकता है. डॉ. भुवन भास्कर मिश्रा, विभागाध्यक्ष, जंतु विज्ञान विभाग, जे.एन.कॉलेज, नेहरा, दरभंगा ने बताया कि वेक्टर जनित रोग सभी संक्रामक रोगों के 17% से ज़्यादा के लिए ज़िम्मेदार हैं, और हर साल 7,00,000 से ज़्यादा मौतें इनसे होती हैं. ये परजीवी, बैक्टीरिया या वायरस के कारण हो सकते हैं. डॉ. प्रिंस विवेक, सहायक प्राध्यापक, एसएन एसआरके कॉलेज, सहरसा ने बताया कि वेक्टर-जनित रोग परजीवियों, विषाणुओं और जीवाणुओं के कारण होने वाली मानवीय बीमारियां हैं जो वेक्टरों द्वारा संचारित होती हैं. इस दौरान छात्र-छात्राओं ने वक्ताओं से रोचक सवाल पूछे. कार्यक्रम में डॉ संजय कुमार महतो, चंद्रशेखर सिंह, डॉ राजीव रौशन, डॉ दीपक नायर, मोहम्मद जियाउल हक, डॉ विनय कुमार सिंह, डॉ स्मिता कुमारी, डॉ दीपान्विता, डॉ बीरेंद्र कुमार दत्ता, डॉ रत्न कृष्ण झा,डॉ माला कुमारी, डॉ प्रेमलता शर्मा, डॉ प्रतिमा प्रियदर्शिनी, डॉ प्रणति, डॉ जयचंद्र झा, डॉ निकेंद्र कुमार, डॉ राम कुमार रमन, डॉ प्रभु रंजन सिंह गोंड, डॉ गुड़िया कुमारी, लाइब्रेरियन सुश्री श्वेता,मुकेश और बड़ी संख्या में छात्र-छात्रा ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. जंतु विज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. निकेंद्र कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.
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