Samastipur News:मोहिउद्दीननगर : कल्याणपुर बस्ती में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर रविवार को आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सह ज्ञान यज्ञ को लेकर दूर दराज से कथा श्रवण को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. जहां श्रीधाम वृंदावन से पधारी कथावाचिका अमृता त्रिपाठी ने ज्ञान मंच से कथा वांचते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत पुराण प्राणियों के त्रिविध तापों का मुक्ति का आश्रय है.जो तन के रोग से पीड़ित हैं, मन के विकारों से ग्रसित हैं व धन के भय से आक्रांत हैं, उनके लिए भागवत साक्षात् कल्पवृक्ष के समान है. निष्काम प्रेमियों के लिए कलयुग में साक्षात् श्री कृष्ण की प्राप्ति वाला और प्रेमानंद रूप फल प्रदान करने वाला है. गोविंद को भूल जाना ही सबसे बड़ी विपत्ति है और कन्हैया को याद करना सबसे बड़ी संपत्ति है.कहा कि किसी भी देश की सांस्कृतिक व आर्थिक उन्नयन में नारी शक्ति का योगदान महत्वपूर्ण है. परन्तु हमारे देश में आज भी बाल विवाह,अंधविश्वास व दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराइयां कोढ़ के समान है.अतएव महिलाओं के सम्पूर्ण विकास व नारी सशक्तिकरण के लिए सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए सभी वर्गों को आगे आने की जरूरत है.युवाओं से कहा कि पाश्चात्य संस्कृति के अंधाधुंध अनुकरण से देश की सांस्कृतिक विरासत को लगातार नुकसान पहुंच रहा है. ऐसी स्थिति में भारतीय संस्कृति के अनुरूप मर्यादित आचरण व रचनात्मक कार्य कर युवा समाज व देश के विकास में अमूल्य योगदान दे सकते हैं. कथा के दौरान श्रद्धालु सुमधुर भजनों का रसास्वादन कर अलौकिक अनुभूति प्राप्त कर रहे थे. इस मौके पर दिलीप पोद्दार,चंदन कुमार भगत, सुनील भगत, नंदलाल साह, आनंद कुमार, सूरज कुमार,चंदन कुमार, प्रवीण कुमार सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

