Samastipur News:पूसा : डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित विद्यापति सभागार में तीन दिवसीय अनुसंधान परिषद की 20वीं बैठक को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ पुण्यव्रत सुविमलेंदु पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय में अनुसंधान के क्षेत्र में तीव्र प्रगति हुई है. लेकिन हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर से भी बेहतर बनने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि देश को विकसित बनाने में वैज्ञानिकों की अहम भूमिका है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प देश भर का संकल्प है. उन्होंने कहा कि कृषि की भविष्य की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों को अनुसंधान करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि जलवायु अनुकूल कृषि के क्षेत्र में विश्वविद्यालय ने राज्य सरकार के साथ मिलकर अच्छा कार्य किया है. चौथे कृषि रोड मैप के तहत राज्य के कृषि विकास में महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है. उन्होंने कहा कि बिहार में छोटे जोत के किसान अधिक है. इसलिए ऐसे यंत्रों को विकसित करने की जरूरत है जो स्वचालित तरीके से काम कर सके. उसका दाम भी कम हो. कुलपति ने कहा कि डिजिटल एग्रीकल्चर के क्षेत्र में विश्वविद्यालय को अब रोबोटिक्स, प्रेसीजन फार्मिंग व इंटरनेट आफ थिंग्स पर भी काम करना होगा. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने समेकित कृषि का माडल विकसित किया है. लेकिन अब छोटे किसानों और मध्यम जोत वाले किसानों को ध्यान में रखकर कई नये मॉडल विकसित करने होंगे.
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