पूसा : डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ मात्स्यिकी महाविद्यालय के सभागार में रंगीन मछली के उत्पादन, पालन व प्रजनन विषय पर चल रहे छह दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ. अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा कि रंगीन मछलियों के पालन एवं प्रजनन का प्रबंधन करने की जरूरत है. इससे मत्स्यपालकों ने कम जगह एवं नगण्य लागत में बेहतर उत्पादन कर अधिकाधिक आय प्राप्त कर सके. मीठे पानी की सजावटी मछलियों के प्रजनन और पालन विषयक रोजगार परक प्रशिक्षण के प्रथम बैच के 25 युवा ब्रिगेड प्रशिक्षणार्थी सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार के लिए तैयार किया गया है. प्रशिक्षणार्थी इस प्रशिक्षण से स्वरोजगार से सीधे तौर पर जुड़ कर अपने व्यवसाय को अमली रूप दे सकते हैं. कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ एसके जैन थे. प्रशिक्षण संयोजक रोशन कुमार राम थे. प्रशिक्षण कार्यक्रम में महाविद्यालय के स्नातक के छात्रों ने भी प्रशिक्षणार्थियों को एक्वेरियम निर्माण कार्य में तकनीकी सहायता कर प्रशिक्षुओं को प्रोत्साहित किया. समारोह में प्रमाणपत्र के साथ ही सभी प्रशिक्षणार्थियों के माध्यम से बनाये गये एक एक्वेरियम भी दिया गया. प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड, हैदराबाद, तेलंगाना द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम को कुलपति डॉ. सुविमलेन्दु पुन्यव्रत पाण्डेय के निर्देश में इस रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है. मौके पर समस्तीपुर जिले के 25 प्रशिक्षणार्थियों के साथ महाविद्यालय के शिक्षक डॉ शिवेन्द्र कुमार, डॉ. राजीव कुमार ब्रह्मचारी, डॉ. मुकेश कुमार सिंह, डॉ. अनिरुद्ध कुमार, डॉ. सुजीत कुमार नायक, डॉ. राजेश कुमार, संजय कुमार यादव, विनोद कुमार, साजन कुमार भारती आदि मौजूद थे.
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