बिथान . स्थानीय बिथान बाजार स्थित ऐतिहासिक गांधी मैदान पंचायतों के युवाओं के लिए सेना, पुलिस और होमगार्ड की तैयारी का एकमात्र अभ्यास स्थल है. परंतु वह आज भी सुविधाओं के अभाव से जूझ रहा है. मैदान में न तो समतल दौड़ ट्रैक है न ही शौचालय जैसी मूलभूत व्यवस्था. इसके चलते हर साल युवा दौड़ की तैयारी के दौरान चोटिल हो जाते हैं. भर्ती प्रक्रिया से बाहर हो जाते हैं. गांधी मैदान की दुर्दशा यहीं तक सीमित नहीं है. स्थानीय कुछ लोग मैदान के किनारे नियमित रूप से कचरा फेंकते हैं. जिससे मैदान में गंदगी और दुर्गंध फैल जाती है. इससे न केवल अभ्यास कर रहे युवाओं को दिक्कत होती है, बल्कि मैदान की सुंदरता और उपयोगिता भी प्रभावित हो रही है. कई बार अभ्यर्थियों ने मैदान की सफाई खुद मिल कर की. परंतु यह समस्या स्थायी समाधान की मांग करती है. अभ्यर्थियों को उम्मीद है कि इस बार सरकार उनकी पीड़ा समझेंगे. मैदान को दौड़ योग्य बनाने की दिशा में ठोस कदम उठायेगी. स्थानीय युवाओं का कहना है कि अगर मैदान में समुचित सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाये तो वे बेहतर तैयारी कर सकते हैं. बीडीओ आफताब आलम ने बताया कि मनरेगा के अंतर्गत जनप्रतिनिधियों से बात कर ट्रैक का निर्माण जल्द ही कराया जायेगा. मैदान में कचरा फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
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