समस्तीपुर . प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में इस वर्ष की थीम विश्व एकता एवं विश्वास के लिए मेडिटेशन कार्यक्रम की लॉन्चिंग हुई.इसका उद्घाटन प्रमुख व्यवसायी शिव प्रकाश खेमका, आयकर एवं जीएसटी एडवोकेट डीके सिंह, कृष्ण तथा सविता ने किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीके तरुण ने कहा कि इतिहास प्रमाण है कि बाहरी ताकतों ने हमारी एकता पर प्रहार कर पहले उसे छिन्न-भिन्न किया, तभी वे हम पर राज कर सके. हमारी एकता ही हमारा असली बल है. व्यक्तिगत महत्वाकांक्षायें, स्वार्थ, लोभ, अहंकार, गलतफहमी, अफवाह, असहिष्णुता, अविश्वास एकता को तोड़ने का काम करते हैं. एकता का अर्थ है आपसी सहयोग से प्रतिबद्धता के साथ किसी उद्देश्य के लिए कार्य करना. पारिवारिक, सामाजिक, राष्ट्रीय एवं वैश्विक एकता इसके कई आयाम हैं. किसी भी परिवार या संगठन की एकता के लिए स्वीकार्यता, परस्पर प्रेम व विश्वास, एक-दूसरे की जरूरतों को समझना, निरंतर स्वस्थ संवाद, सत्यता, सहनशीलता, क्षमाशीलता जैसे गुणों का होना आवश्यक है. इसके साथ व्यक्तिगत स्तर की एकता भी जरूरी है. जिसे हम विचार, वाणी व कर्म की एकता, समानता या सत्यनिष्ठा कह सकते हैं. इस स्तर की एकता के लिए राजयोग मेडिटेशन की भूमिका अहम हो जाती है. कार्यक्रम का संचालन करते हुए कृष्ण कर रहे थे. ब्रह्माकुमारी सविता ने एकता और विश्वास के लिए मेडिटेशन कराया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ. रामजी चौरसिया, राकेश माटा, एसपी सिंह, विनय, ओम प्रकाश, वरुण, विजय, संजीव, अशोक आदि उपस्थित थे.
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