समस्तीपुर . दरभंगा प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआइजी) गुरुवार को समस्तीपुर पुलिस केंद्र स्थित ट्रेनिंग सेंटर का निरीक्षण किया. उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों और ट्रेनरों के साथ बैठक करते हुए रिक्रूट आरक्षियों के प्रशिक्षण कार्य की समीक्षा की. डीआइजी ने संबंधित अधिकारियों और ट्रेनरों को प्रशिक्षण कार्यक्रम को सुचारु रुप से संचालित करने का निर्देश किया. कहा कि सभी प्रशिक्षक समन्वय के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करें. रिक्रूट आरक्षियों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त हो. ताकी वह अनुशासित होकर अपने कार्यक्षेत्र में दक्ष रहें. डीआइजी ने प्रशिक्षण केंद्र में आए रिक्रूट के लिए आवास, पेयजल, स्नानागार, शौचालय, भोजनालय जैसे बुनियादी सुविधाओं का भी निरीक्षण किया. इस क्रम में प्रशिक्षुओं से मिलकर उनकी समस्याओं को भी सुना और जल्द ही सामाधान का आश्वासन दिया. डीआइजी ने कहा कि पुलिस केंद्र में जो नए ट्रेनी कांस्टेबल प्रशिक्षण प्राप्त करने लिए आए हैं, उनका प्रशिक्षण कैसे चल रहा है. उनकी इंडोर, आउटडोर जैसे अन्य गतिविधियों का अवलोकन किया. इसमें सुधार की क्या जरुरत है, इसको लेकर संबंधित पदाधिकारी और ट्रेनरों को निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के लिए इंडोर, आउटडोर ट्रेनर उपलब्ध है, उन्हें ट्रेनिंग को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिया गया है. हमारा प्रयास है कि ट्रेनिंग अच्छी और गुणवत्तापूर्ण हो. ज्ञातव्य हो कि पुलिस केंद्र में 266 नव नियुक्त सिपाही प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. उनके ट्रेनिंग के लिए सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी है. मौके पर पुलिस अधीक्षक अरविंद प्रताप सिंह, मुख्यालय डीएसपी कृष्ण कुमार दिवाकर, एएसपी संजय पाण्डेय, लाइन डीएसपी सुनील कुमार सिंह, विपुल कुमार समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे. नगर थाना पुलिस द्वारा कार जब्ती मामले में जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई नगर थाना में पुलिस के कब्जे में एक कार का दो माह बाद भी सत्यापन नहीं हुआ. पुलिस यह कार कहां से और क्यों पकड़ी यह अबतक एक सवाल बना हुआ है. इसको संबंध में पूछे गए सवाल को लेकर डीइआजी ने बताया कि इस संबंध में वरीय पुलिस पदाधिकारियों को जांच का निर्देश दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. जानकारी के अनुसार पिछले 1 जून को नगर थाना की पुलिस ने मगरदही मोहल्ला स्थित बनारस स्टेट कैंपस में छापेमारी कर जितेंन्द्र कुमार को आर्म्स के साथ गिरफ्तार किया था. इस क्रम में उसी स्थान पर आसपास लावारिस अवस्था में एक कार भी बरामद किया. इस संबंध में पुलिस द्वारा एक प्राथमिकी दर्ज की गयी. जिसमें आरोपित जितेंद्र कुमार को हथियार के साथ दर्शया गया है. जबकि, दर्ज प्राथमिकी में कार को कोई जिक्र नहीं है. जबकि, कार के रजिस्टेशन नंबर और दस्तावेज से स्पष्ट है कि वह कार जितेंद्र कुमार के नाम से है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

